डॉक्टरों ने बताया- उम्र और रोजे की वजह से बिगड़ी थी मुख्तार की हालत, माफिया कुरकुरे-चिप्स का शौकीन है
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बांदा. रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज से माफिया मुख्तार अंसारी को सीधे उसके बैरक में ले जाया गया। जहां बुधवार को जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने उसकी सेहत की जांच की। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल मुख्तार को पहले से आराम है और सेहत में सुधार भी हो रहा है। डॉक्टरों ने बताया मुख्तार को जरूरी दवाएं दी जा रहीं हैं और उसकी सेहत पर पूरी नजर रखी जा रही है।
कुछ समय पूर्व बाराबंकी कोर्ट में वर्चुअल पेशी के दौरान मुख्तार ने न्यायाधीश से बांदा जेल में चिप्स, कुरकुरे व फल जिसमें लखनऊ के आम खाने के लिए उपलब्ध कराने की मांग की थी। माना जा रहा है कि कुछ ऐसी ही चीजों का अधिक सेवन करने से उसकी हालत बिगड़ी होगी।
डॉक्टरों की माने 63 साल की उम्र में मुख्तार के पेट की आंतों की सक्रियता काफी कम हो गई है। उस पर दिन भर रोजा रहने के बाद कुछ अधिक खा लेने से ही उसे पेट दर्द और कब्ज की शिकायत हुई थी। इसी वजह से गैस का पास होना भी बंद हो गया था। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
जेल सूत्रों की मानें तो मेडिकल काॅलेज से लौटने के बाद मुख्तार से मिलने में पाबंदी लगा दी गई है। आदेश हैं कि कोई भी व्यक्ति आठ दिनों तक मुख्तार से जेल में मुलाकात नहीं कर सकता है। यही वजह थी कि बुधवार को भी उसके घर से भी कोई नहीं मिलने के लिए पहुंचा।