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एकतरफा प्यार में सनकी युवक ने की सभी हदें पार...युवती को दी ऐसी सजा...जानकर कांप उठेगी आपकी रूह

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर जनपद के बेलीपार महावीर छपरा गांव के पूर्व प्रधान के घर काम करने वाली 18 वर्षीय युवती की ईंट से सिर कूंचकर हत्या कर दी गई। सर्विलांस की मदद से जांच करने पर पता चला कि दूसरे से नजदीकी बढ़ने और बात करने के संदेह में नाबालिग प्रेमी ने वारदात को अंजाम दिया है। मां की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने लालपुर गांव के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

पूर्व प्रधान शिवप्रकाश शाही उर्फ बबलू के घर पर गीडा थाना क्षेत्र के शुक्लहिया गांव निवासी सुभाष मद्धेशिया की पुत्री आंचल खाना पकाने व चौका-बर्तन करती थी। वह बेलीपार के महावीर छपरा निवासी में अपने नाना रामचंद्र मद्धेशिया के घर रहती थी। 27 मार्च को बबलू शाही सपरिवार अपने ससुराल गए हुए थे।

आंचल शाम 5 बजे अपने ननिहाल गई और कुछ देर बाद वापस चली आई। शाम करीब 7:30 बजे घर का काम निपटाने के बाद गेट पर ताला बंद कर बगल में रहने वाले पूर्व प्रधान के मामा को चाभी देकर घर चली गई। बुधवार की सुबह आंचल के काम पर न आने के बाद पूर्व प्रधान व स्वजन ने खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला।

कुछ देर बाद इस पूर्व प्रधान के टिनशेड में खून से लथपथ आंचल का शव मिला। बेलीपार थाना, फोरेंसिक व क्राइम ब्रांच की टीम के साथ पहुंचे एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किए।सर्विलांस की मदद से छानबीन करने पर पता चला कि रात में आठ बजे मोबाइल फोन पर आंचल की लालपुर गांव के 17 वर्षीय किशोर से हुई थी।

मां रेखा देवी की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर देर शाम पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में किशोर ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि एक वर्ष से उसकी जान पहचान आंचल से थी। फोन पर उससे बात भी होती थी।

तीन माह से वह उससे बात नहीं कर रही थी।संदेह था कि आंचल किसी और व्यक्ति से प्रेम करने लगी है। बुधवार की रात में मिलने के लिए महावीर छपरा गांव पहुंचा। पूर्व प्रधान के घर से काम करके जैसे ही वह निकली घेर लिया। बात न करने का कारण पूछने पर वह झगड़ा करने लगी। मामला बढ़ने पर गला कसने के बाद ईंट से सिर कूंचकर हत्या कर दी।

पकड़ा गया आरोपित इंटरमीडिएट का छात्र है।महावीर छपरा स्थित कालेज में पढ़ाई करने के साथ ही चौराहे पर स्थित दुकान पर बेल्डिंग का काम करता था।दुकान पर रहने के दौरान ही आंचल से उसकी जान पहचान हो गई। छह माह पहले किशोर काम करने के लिए जयपुर चला गया। दिसंबर 2023 में घर लौटा तो आंचल के पास फोन किया लेकिन उसने काल रिसीव नहीं किया।

मार्च में परीक्षा खत्म होने के बाद कई बार उससे मिलने के लिए महावीर छपरा भी आया लेकिन सफल नहीं हुआ। बुधवार की शाम में पहुंचने के बाद पूर्व प्रधान के घर पास घूम रहा था। रात में जैसे ही मौका मिला उसने घर जाने के लिए निकली आंचल को रोक लिया। बातचीत करने के बहाने टिनशेड में ले गया और मोबाइल फोन चेक करने लगा। पुलिस की माने तो विरोध करने पर हत्या कर दी।

पुलिस की पूछताछ व जांच में पता चला कि गला दबने से आंचल की मृत्यु हो गई थी लेकिन आरोपित पुष्टि होने तक ईंट से सिर पर हमला करता रहा। यह सोचकर कि जिंदा न बचे दुपट्टे से भी गला कस दिया।आरोपित से उम्र में आंचल दो वर्ष बड़ी थी।

कबाड़ी का काम करते हैं पिता

आंचल का पूरा परिवार महावीर छपरा गांव में ही रहता है। पिता सुभाष मद्धेशिया कबाड़ी का काम करते हैं। आंचल अपने माता-पिता के साथ न रहकर नाना के घर ही रहती थी।चार बहन व एक भाई में आंचल दूसरे नंबर पर थी।मां-पिता के साथ ही सभी बहनों व भाई का रो रोकर बुरा हाल है।

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