गाजीपुर के जखनियां शिव मंदिर में दृष्टिहीन वर-वधू ने रचाई शादी, साथ जीने-मरने की खाई कसम
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जखनियां शिव मंदिर पर दृष्टिहीन वर-वधु ने साथ जीने-मरने की कसम खाई है। ये दृष्टिहीन दूल्हे-दुल्हन पवित्र रिश्ते की डोर से भगवान भोलेनाथ को साक्षी मानकर एक-दूजे के हो गए हैं। मांग में सिंदूर भरकर मंदिर में ही जयमाल डाली गई है।
मालूम हो कि सादात के डोरा गांव निवासी रिंकू बनवासी पुत्र रामवृक्ष वनवासी ने दुल्लहपुर थाना के केशरुवा गांव की दृष्टिहीन सुनीता पुत्र राम जन्म वनवासी के साथ जखनियां शिव मंदिर पर परिजनों की मौजूदगी में भोलेनाथ को साक्षी मानकर एक-दूजे के साथ मरने-जीने की कसमें खाई।
दुल्हन सुनीता के पिता रामजन्म ने बताया कि मैं जीवन में यह सोचना छोड़ दिया था की बेटी के हाथ भी पीले होंगे। बचपन से दोनों आंखों से दृष्टि हीन होने से आज 28 वर्ष की उम्र में बेटी का हाथ पीले करने का साक्षात भगवान के रूप में तीस वर्षीय दृष्टि हीन रिंकू बनवासी राजी हुए, जो आज एक जिस्म दो जान का गवाह बने।
इस मौके पर अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार गौतम, वेद प्रकाश पांडे, प्रधान प्रतिनिधि अशोक गुप्ता, बनारसी कामरेड सहित वनवासी समुदाय के लोग मौजूद रहे।