मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुत्र उमर ने प्रशासन पर लगाए ये आरोप
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी की मौत गुरुवार को हो गई। डॉक्टर ने हृदय गति रुकने से मौत का कारण बताया है। मुख्तार अंसारी के पुत्र उमर अंसारी ने पिता की मौत के बाद मौत का जिम्मेदार जेल प्रशासन को ठहराया है। बेटे ने कहा कि मौत के बाद उनके शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे नाक और कान से खून निकल रहा था। उमर अंसारी ने न्यायालय में पत्र देकर सात बिंदुवार घटनाक्रम दर्शाया है।
उन्होंने कहा है कि 21 मार्च को पिता की मौत की शंका पर न्यायालय में पत्र दिया गया था कि खाने में जहर मिलाकर उनकी मौत कराई जा सकती है। 26 मार्च को मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब हुई प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज पर भर्ती कराया। बेटे ने आरोप लगाया कि डॉक्टर के ऊपर जेल प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा दबाव बनाकर उनके फर्जी फिटनेस बनवाकर मंडल कारागार बांदा ले जाया गया। फिर से उन्हें दोबारा खाने में जहर मिलाकर दे दिया।
उमर अंसारी ने बताया कि मेरे पिता की मौत के बाद उनके शरीर पर चोट के निशान थे पर और हाथों में चोट के निशान देखने को मिले। नाक और कान से ब्लड निकला हुआ दिखाई दे रहा था। आंखें सूजी हुई थी, पेट गुब्बारे जैसे फुला हुआ था। इससे यह प्रतीत होता है कि उनकी हार्ट अटैक से मौत नहीं हुई है।
पूरे प्रशासन की साजिश से साजिश के तहत मौत हुई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के लिए प्रशासन ने सोमवार के दिन देने के लिए कहा है। पंचनामा भरने में दो वकील सहित परिवार के तीन लोग मौजूद रहे हैं।