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पत्नी को भांग खिलाई, शराब दी, करंट लगाया, फिर नहीं मरी तो गला घोंटा, हत्यारा गिरफ्तार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. गुरुवार, 15 फरवरी 2024 को कानपुर के सनिगवां कांशीराम कॉलोनी में पत्नी और बेटी की हत्या करने का आरोपी पति अर्जुन को जेल भेज दिया गया। पूछताछ में हत्यारोपी ने जो कुबूलनामा दिया, उसे सुनकर पुलिस अफसर भी सिहर उठे। हर किसी के मन में सिर्फ एक ही सवाल कौंध रहा था कि आखिर आर्थिक तंगी के चलते कोई अपनी पत्नी और बेटी को कैसे मार सकता है?
हत्यारोपी अर्जुन को जेल ले जाते हुए पुलिस।
हत्यारोपी का कुबूलनामा:

अर्जुन ने पुलिस को बताया कि पैसों की तंगी के कारण वह और उसकी पत्नी घुट-घुटकर जी रहे थे। उन्होंने दोनों ने मिलकर सुसाइड का प्लान बनाया। पत्नी ने पहले बेटी को खाने में जहर दिया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद अर्जुन ने पत्नी के साथ भांग और शराब पी। फिर पत्नी को करंट लगाया, लेकिन इसके बाद भी उसकी सांसे चल रही थीं। फिर उसका भी गला घोंटकर हत्या कर दी। पत्नी और बेटी की मौत के बाद अर्जुन ने फांसी लगाने की कोशिश की, लेकिन दुपट्‌टा टूट गया। तार के सहारे फांसी लगाने का प्रयास किया तो तार नीचे तक खिंच गया। दो बार सुसाइड अटेंप्ट में फेल रहा तो चाकू से नस काटकर जान देने का प्रयास किया। लेकिन भगवान ने उसे बचा लिया।

पुलिस की जांच:
ACP चकेरी दिलीप सिंह ने बताया कि हत्यारोपी अर्जुन के बयान और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मेल खा रहे हैं। 3 डॉक्टरों के पैनल से हुए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में निशा और आशवी की दुपट्‌टे से गला घोंट कर हत्या करने की पुष्टि हुई है। जबकि आशवी को जहर देने की आशंका के चलते विसरा सुरक्षित करके जांच के लिए भेजा गया है।

हत्या का कारण:
अर्जुन ने बताया कि 4 साल पहले उसने निशा से लव मैरिज की थी। उसके प्यार की निशानी आशवी थी। निशा से पहली बार वह लखनऊ में मिला था। क्योंकि निशा लखनऊ की ही रहने वाली थी। इसके बाद दोनों की बीच नजदीकियां बढ़ीं और परिवार के खिलाफ जाकर दोनों ने लव मैरिज करके अलग घर बसा लिया था। दोनों की शादी के बाद दोनों परिवारों ने किनारा कर लिया था. परचून की दुकान खोलने के लिए अर्जुन ने 6 लाख रुपए का कर्ज लिया था। जिसकी वजह से सूदखोर उसे परेशान कर रहे थे। अर्जुन के मुताबिक उसने घर बेचने की कोशिश भी की लेकिन उसका घर नहीं बिका। अगर घर बिक जाता तो कर्ज उतर जाता और उसका परिवार सुरक्षित रहता, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

घटना का क्रम:
रविवार रात को अर्जुन ने पत्नी और बेटी की हत्या कर दी। सोमवार दोपहर को उसने खुद अपनी नस काटकर सुसाइड का प्रयास किया, लेकिन पड़ोसियों के संदेह होने पर पुलिस घर पहुंची तो अर्जुन की सांसे चल रही थीं। जबकि निशा और आशवी की मौत हो चुकी थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। जबकि अर्जुन को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। गुरुवार को अर्जुन की तबियत ठीक होने पर उसे जेल भेज दिया गया।

यह घटना एक गंभीर सामाजिक मुद्दा है। आर्थिक तंगी और सूदखोरों से तंग आकर एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी। यह घटना एक त्रासदी है और इससे हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और मुश्किल परिस्थितियों में भी धैर्य रखना चाहिए।
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