गाजीपुर में विवाहिता के साथ ससुराल वालों ने किया धोखा, 4 दिनों तक कमरे में रखा बंद
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के देवा में चौबे का पूरा गांव निवासी विवाहिता निशा चौबे पत्नी गोपाल चौबे ने अपने घरवालों पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सास, देवर और देव रानियों ने मिलकर पति के साथ तलाक करने के लिए घर में बंद करके 4 दिनों तक भूखे रखा। धोखे से सादे पन्ने पर विवाह विच्छेदन का साइन करा लिया। इसके बाद घर से मारपीट कर भगा दिया। इसके बाद विवाहिता निशा चौबे ने अपने डेढ़ वर्षीय दिव्यांग बच्चे के साथ इधर-उधर भटकने के बाद मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की। जिसके बाद स्थानीय पुलिस मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच-पड़ताल में जुटी हुई है।
2022 में हुआ था विवाह
निशा चौबे ने बताया कि उसकी शादी 22 जनवरी 2022 में दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के देवा गांव के चौबे के पुरा निवासी गोपाल चौबे के साथ हुई थी। उन्हें डेढ़ साल का एक बच्चा काव्य है। उसके जन्म के बाद घर में तीन देवर, एक देवरानी और सास से आए दिन गाली-गलौज होने लगा। वे लोग मारपीट भी करने लगे, तभी एक दिन सभी लोगों ने मिलकर 4 दिनों तक घर में कैद रखा और मारपीट कर भगा दिया।
माता-पिता का साया पहले ही उठ चुका
विवाहित निशा चौबे पुत्री लाल जी पांडे बूढ़े महादेव की रहने वाली हैं। बचपन में ही निशा के पिता लाल जी पांडे का निधन हो गया था। कठिन परिस्थितियों में निशा की मां सुशीला पांडे ने उनका पालन- पोषण के बाद विवाह किया था, लेकिन शादी के कुछ माह बाद कोरोना काल में मां की भी मौत हो गई। जिससे निशा पूरी तरह से अकेली हो गई। लेकिन ससुराल मिल जाने से निशा को एक बहुत बड़ा सहारा मिला। उन्हें लगा कि ससुराल में एक मां-बाप, देवर और पति मिल गए हैं, लेकिन सास, देवर, देवरानी की उत्पीड़न से निशा फिर से निराश रहने लगी।
चोरी छिपे तलाक पत्र पर कराया हस्ताक्षर
उनका कहना है कि ससुराल वालों ने अनजाने में उनसे तलाक के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिया। उसके बाद भी पति गोपाल चौबे निशा को लेकर किराए के मकान पर कई महीनों तक रहा, लेकिन देवर, सास और देवरानी ने पति गोपाल चौबे को भी मारपीट कर भगा दिया। चार माह बीत जाने के बाद भी गोपाल का कहीं पता नहीं चल सका है।
विवाहिता ने बताया कि 4 अक्टूबर 2023 को उसने चोरी से विवाह विच्छेद के स्टांप पेपर पर साइन कर लिया। जो कि मुझे पता नहीं था। मुझे अभी 15 दिन पहले पता चला तो मैंने उनसे कहा परंतु मेरे पति, मेरी सास और देवर की एक नहीं सुना, तब जाकर मैंने 10 दिन पहले मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किया।
थानाध्यक्ष अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री पोर्टल का आईजीआरएस आया है, जल्द पुलिस फोर्स भेजकर जांच पड़ताल करते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।