1 लाख का इनामी बदमाश STF और पुलिस के साथ मुठभेड़ में गिरफ्तार, 8 साल पहले जेल की दीवार फांदकर हुआ था फरार
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/आजमगढ़. 8 साल पहले जेल की दीवार फांदकर फरार हुए बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आजमगढ़ पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई और मुठभेड़ के बाद 1 लाख के इनामी बदमाश जितेंद्र मुसहर को पकड़ा गया। वह साल 2016 में आजमगढ़ जेल से फरार हो गया था। तब से पुलिस इसकी तलाश कर रही थी। आरोपी पर लूट और हत्या के 6 मामले दर्ज हैं। जिले के एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि फरार आरोपी पर एडीजी वाराणसी द्वारा एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इस मामले की विवेचना सिधारी पुलिस द्वारा की जा रही है।
आरोपी जितेंद्र मुसहर पर हत्या, लूट, डकैती जैसे 6 मामले दर्ज हैं। जितेंद्र मुसहर गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है। आरोपी के कब्जे से टीम ने तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है। जबकि इसका एक साथी मुठभेड़ के दौरान फरार होने में कामयाब रहा।
इस बारे में आजमगढ़ के एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि फरार आरोपी के बारे में संयुक्त टीम को सूचना मिली थी। जिसके मुताबित जितेंद्र मुसहर अपने साथी चंद्र शेखर मुसहर के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम थाना सिधारी पुलिस के साथ भदुली बाईपास के पास उसका इंतजार करने लगी। इसी दौरान संयुक्त टीम ने दो आरे व्यक्तियों को जब रोकने का प्रयास किया तो आरोपियों ने टीम पर फायर कर दिया। कंट्रोल फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी है। घायल व्यक्ति की पहचान जितेन्द्र मुसहर के रूप में हुई।
अंधेरे का फायदा उठाकर चंद्रशेखर भागा
घायल व्यक्ति के दाहिने पैर में गोली लगी थी और उसे नजदीकी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है। घायल व्यक्ति ने अपना नाम जितेंद्र मुसहर बताया है। फरार व्यक्ति का नाम चंद्रशेखर मुसहर है। इस ऑपरेशन को एसटीएफ सब इंस्पेक्टर जावेद आलम, मृत्युंजय सिंह, यशवंत सिंह, चंद्र प्रकाश मिश्र और सिधारी इंस्पेक्टर योगेन्द्र सिंह की टीम ने अंजाम दिया।
गिरफ्तार एक लाख का इनामी अपराधी जितेन्द्र मुसहर 18 अगस्त 2016 को रक्षाबंधन के दिन खाना खाने के बाद करछुल, चादर और गमछे की मदद से जेल की दीवार फांदकर फरार हो गया था। जितेंद्र मुसहर ने अपने गैंग के साथ मिलकर कई घटनाओं को अंजाम दिया था। इसमें प्रमुख रूप से तरंवा थाना क्षेत्र में मंदिर परिसर में पुजारी और दो ग्रामीणों की हत्या कर डकैती का मामला है।
आजमगढ़ में पुलिस मुठभेड़ में एक लाख का इनामी गिरफ्तार। |
21 मार्च 2014 को जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के जीवन ज्योति क्लीनिक के मालिक डा. विनोद यादव के घर डकैती डाली गई थी। घटना के दौरान डा. विनोद यादव और उनकी पत्नी डा. संगीता यादव की हत्या कर दी गई थी। इसके साथ ही 25 मार्च को ग्राम सोहनी थाना क्षेत्र केराकत जौनपुर में डकैती के दौरान घर के मालिक अगरतु और उनकी पत्नी जुवरा देवी की हत्या कर दी गई थी।
मार्च 2014 में ही गांव मुलायमनगर, थाना फेफना बलिया में डकैती की घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौके पर हत्या कर दी गई थी। जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। आरोपी पर आजमगढ़ और बलिया में कुल 6 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।