गहने नहीं मिले...दुल्हन ने शादी से किया इनकार; बोली- मैं कतई शादी नहीं करुंगी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. उत्तर प्रदेश के बलिया में दुल्हन ने शादी से सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया, क्योंकि दूल्हे के घरवालों ने चढ़ावे में गहने नहीं लाए थे। रविवार शाम को बारात आई। बैंड बाजा बजा। आतिशबाजी हुई। जमकर डांस और नाश्ता हुआ। द्वारचार की रस्म हुई। रिवॉल्विंग स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई फिर स्पार्कल गन से आतिशबाजी की।
शादी के मंडप में गहना न देखने पर दुल्हन भड़क गई। उसने शादी से इनकार कर दिया। उसने कहा कि मैं कतई शादी नहीं करुंगी। घर पर घंटों पंचायत के बाद मामला थाने तक पहुंच गया। मगर लड़की अपनी बात पर अड़ी रही। इसके बाद बारात को बिना दुल्हन ही लौटना पड़ा।
पूरी घटना बांसडीह कोतवाली के एक गांव की है। दुल्हन बीएससी फर्स्ट ईयर की छात्रा है। 1 साल पहले विशाल से उसकी शादी घरवालों ने तय की थी। विशाल स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर नौकरी करता है। शादी को लेकर दोनों परिवार खुश थे। लड़की और विशाल की फोन पर बातें भी होती रहती थीं। दोनों ने हर एक रस्म की प्लानिंग की थी। यहां तक शादी के मेन्यू और कपड़े भी दोनों ने फाइनल किए थे।
रविवार शाम 6 बजे बारात आई। बारात घर से 300 मीटर दूर रुकी थी। दुल्हन के घरवालों ने भारी-भरकम टेंट लगवाया था। नाश्ते का इंतजाम भी बेहद अच्छा था। गांव की महिलाएं दरवाजे पर मंगलचार गा रहीं थीं। पूरा गांव गानों की धुन से गुलजार था।
नाश्ते के बाद दूल्हा रथ पर बैठकर द्वारचार की रस्म के लिए निकला। रथ के आगे-आगे डीजे बजता चल रहा था। उस पर दूल्हे के दोस्त और घरवाले डांस कर रहे थे। 300 मीटर की इस दूरी को दूल्हे और बारातियों ने एक घंटे में तय की। द्वारचार होने के बाद जयमाल की रस्म शुरू हुई।
रिवॉल्विंग स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन को चढ़े। दोनों 15 फीट की ऊंचाई पर गए और तब उन पर फूलों की बारिश हुई। फिर दोनों ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। इसके बाद दोनों को स्पार्कल गन दिया गया। इस गन से दूल्हा और दुल्हन ने जमकर आतिशबाजी भी की।
स्टेज से उतरने के बाद दोनों का स्वागत किया गया। अब तक सब कुछ हंसी खुशी से चल रहा था। जयमाल के बाद शादी की मंगल बेला आ गई। पंडित जी ने दोनों परिवारों को मंडप में बुलाया। लड़की और लड़के को बुलाया गया। गुरहत्थी रस्म (जब लड़का पक्ष लड़की के लिए लाए गहने देता है) शुरू हुई। दुल्हन के घरवाले रस्म देखने के लिए आ गए।
हर कोई यह देखना चाहता था कि लड़का पक्ष की तरफ से कितने थान गहने लाए गए हैं। मगर दूल्हे के घरवाले एक भी थान गहना नहीं लाए थे। इस पर दुल्हन के घरवालों ने नाराजगी जतानी शुरू कर दी। तभी दुल्हन मंडप से उठ खड़ी हुई और शादी से इनकार कर दिया।
इसके बाद मानों हंगामा हो गया। लड़की के घरवालों ने जब इसके बारे में पूछा, तो लड़के ने कहा कि सोनार की अचानक मौत होने की वजह से वे गहने नहीं ला सके हैं। उसकी इस बात पर लोगों को यकीन नहीं हुआ और विवाद बढ़ने लगा।
आखिरकार लड़की ने साफ कह दिया कि मैं शादी नहीं करुंगी। उसने कहा कि ये लगातर झूठ बोल रहे हैं, इसलिए इनकी बातों पर यकीन नहीं किया जा सकता। इसके बाद पहले घर पर घंटों पंचायत हुई थी। इसके बाद पुलिस बुलाई गई। फिर पुलिसवाले दोनों पक्षों को थाने ले गए। यहां पर घंटों पंचायत चली।
इसके बाद प्रभारी निरीक्षक स्वतंत्र सिंह की ने लड़की की तरफ से दिए गए फ्रिज, कूलर, वाशिंग मशीन आदि वापस कराए गए। शादी में हुए खर्च को भी लड़के वालों को देने के लिए लिखा-पढ़ी हुई। लड़के वाले 1 लाख 7 हजार रुपए देने के लिए राजी हुए।
लड़की के पिता ने बताया कि लड़का संविदा पर काम भी नहीं करता और झूठ बोलकर शादी कर रहा था। उन लोगों ने 5 थान गहना लाने का वादा किया था। इसमें मांगटीका, सोने की चेन, नथिया, पैजनी और करधनी शामिल था। लेकिन लड़का पक्ष की तरफ से कुछ भी नहीं लाया गया। बारात लाने के लिए भी इनके पास पैसे नहीं थे। मेरे बेटे से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए। इसके बाद ये लोग बारात लेकर आए। मुझे ऐसे परिवार में शादी ही नहीं करनी है।