गाजीपुर में मजाक चल रहा है! 7 साल बाद भी रेलवे स्टेशन का निर्माण नहीं हुआ पूरा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जमानियां क्षेत्र स्थित अकरमपुर के समीप करीब 25 करोड़ की लागत से नया रेलवे स्टेशन का निर्माण हो रहा है। रेलवे के अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के लेटलतिफी के कारण सात साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। जबकि इस स्टेशन का निर्माण 2022 में ही पूरा कर लिए जाने का समय सीमा निर्धारित थी।
जबकि सबसे हैरानी की बात तो यह है कि इस नए स्टेशन का सीआरएस मार्च महीने में प्रस्तावित है। जबकि इसका उद्घाटन भी मार्च में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों किया जाना है। इसके बावजूद कार्यदायी संस्थानों की लापरवाही के चलते नहीं लगता कि इस नए स्टेशन का शुभारंभ अगले महीने हो सकेगा।
11.0388 हेक्टेयर भूमि पर स्टेशन बनाने का किया जा रहा काम
मालूम हो कि ताडीघाट-मऊ रेल परियोजना के तहत दूसरे चरण के अंतर्गत इस नए स्टेशन व सात किमी लंबी रेल लाइन बिछाने के लिए दस गांवों अराजीबाग करीमुल्ला, फूलपुर, जमलापुर देहाती, चकफैज, रौजा शाहबरखुरदार, आदि शहरी के 1171 किसानों की 11.0388 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण किया गया। प्रधानमंत्री ने इसकी आधार शिला चौदह नवंबर 2016 को रखी थी।
अकरमपुर से सोनवल तक 7 किमी रेल लाइन बिछाने व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम तो पूरा कर लिया है। मगर अभी तक ट्रेनों के संचालन के लिए एसएनटी (सिग्नल एवं टेलिकाम) का काम अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है। यही नहीं अभी तक नये स्टेशन पर रिले एवं पैनल कक्ष में मॉडर्न मशीनों को लगाने का काम पच्चास फीसदी भी पूरा नहीं हो सका है।
कोई काम नहीं हो सका पूरा
इसके अतिरिक्त इस निर्माणाधीन स्टेशन के प्लेटफार्म की ढलाई, शौचालय, पेयजल, लाइटिंग, बैठने के लिए बेंच आदि की जरूरी मूलभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं हो सकी है। लोगों लोगों ने मांग किया कि मार्च में पीएम के हाथों से होने वाले इस नये स्टेशन के सम्भावित उद्घाटन को देखते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए।
आरवीएनएल के सीपीएम विकास चंद्रा ने बताया कि स्टेशन का निर्माण तेजी से जारी हय,सभी जरूरी सुविधाएं फरवरी के अंत तक पूरी कर ली जाएगीं। बताया लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।