गाजीपुर में देसी पान और बनारसी पान की खेती कर किसान कमाएंगे मोटा मुनाफा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. यूपी सरकार पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि दे रही है। यह राशि क्षेत्रफल के अनुपात में किसानों को दी जा रही है। किसान ऑनलाइन पंजीकरण कराकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
उद्यान विभाग का दावा है कि पान की खेती को स्थानीय किसान कैश क्रॉप के रूप में कर सकते हैं। पान के पत्ते की बिक्री से उन्हें अच्छा मुनाफा होगा। गाजीपुर जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र दुबे ने बताया कि पान की खेती के लिए मुख्यतः चार श्रेणियां में अनुदान विभाग की ओर से दिया जाना प्रस्तावित है।
250 वर्गमीटर, 500 वर्गमीटर, 750 वर्गमीटर और 1000 वर्गमीटर में पान उगाने के लिए बरेजा (पान के उगाने में प्रयोग होने वाला) बनाने वाले किसानों को अलग-अलग धनराशि विभाग की ओर से दी जाती है।
250 वर्गमीटर में खेती करने के इच्छुक किसानों को विभाग 12 हजार रुपये,
500 वर्गमीटर में खेती के लिए 25 हजार रुपये,
750 वर्गमीटर में खेती पर 35.5 हजार रुपये और
1000 वर्गमीटर में पान की खेती करने वाले किसानों को 50 हजार रुपये का अनुदान विभाग की ओर से दिया जाता है।
उद्यान अधिकारी दुबे ने बताया कि गाजीपुर में देसी पान और बनारसी पान की पैदावार अच्छी होती है। कलकतिया पान या अन्य नस्ल के पान को उगाने पर उनके यील्ड (उत्पादकता) मानक के अनुरूप नहीं आती है। ऐसा उपयुक्त जलवायु नहीं मिलने के कारण होता है।
उन्होंने बताया कि खतौनी (लैंड रिकॉर्ड), आधार कार्ड, बैंक पासबुक, फोटो आदि देकर किसान उद्यान विभाग से अपना पंजीकरण कर सकते हैं। या वह चाहे तो स्वयं इन डॉक्यूमेंट के आधार पर ऑनलाइन भी अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
पान के लिए विशेष तौर पर बनाए जाने वाले बरेजा के निर्माण के बाद संबंधित विभाग भौतिक सत्यापन कर मानक अनुरूप खेती करने वाले किसानों को अनुदान देता है।
अनुदान डीबीटी के जरिए आवेदन करने वाले किसानों के खातों में भेज दिया जाता है।