इन चार विश्वविद्यालयों से पढ़े इंजीनियरों की नौकरी जाएगी, होंगे बर्खास्त
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. देश की चार डीम्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले इंजीनियरों की नौकरी से फंस गई है। एआईसीटीई ने इन डीम्ड यूनिवर्सिटी की मान्यता खत्म कर दी थी। इस पर अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण ने प्रदेश के विकास प्राधिकरणों और आवास विकास में तैनात इन इंजीनियरों की रिपोर्ट एआईसीटीई को भेजी है। इनकी डिग्रियों की जांच शुरू हो गई है। इन चारों विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले इंजीनियरों को जल्द सेवा से विरत किया जा सकता है।
भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने कुछ साल पहले देश के चार बड़े डीम्ड यूनिवर्सिटी की मान्यता खत्म कर दी थी। यह यूनिवर्सिटी दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से चल रही थी। इनसे प्रदेश के तमाम विभागों के कर्मचारियों ने इंजीनियरिंग की डिग्री ले ली। डिप्लोमा करने वाले तमाम इंजीनियरों ने प्रमोशन पाने के लिए यहां से बीटेक की डिग्री ली। इसके जरिए उन्होंने आवास विभाग में नौकरी भी हासिल कर ली।
इन विवि से डिग्री लेने वाले कई इंजीनियर प्रदेश के विभिन्न विकास प्राधिकरणों में भी मान्यता गंवा चुकी इन डीम्ड यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले तमाम अभियंता अभी काम कर रहे हैं। कार्रवाई की तैयारी तेजी से की जा रही एआईसीटीई ने मान्यता खत्म कर यहां से पढ़ाई करने वालों की डिग्री भी रद्द कर दी थी। अब ऐसे इंजीनियरों पर कार्रवाई की तैयारी तेज हो चुकी है। बता दें कि अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण ने इस संबंध में 24 जनवरी 2024 को आदेश जारी किया है।
उन्होंने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद सदस्य सचिव को पत्र भेज उनसे विभिन्न प्राधिकरणों,आवास विकास के इंजीनियरों की डिग्री की रिपोर्ट मांगी है। परिषद की रिपोर्ट आने के बाद इन इंजीनियरों को नौकरी से हटाया जाएगा। ऐसे इंजीनियरों की संख्या प्रदेश में 150 से अधिक बताई जा रही है।
भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने वर्ष 2017 में ही चार डीम्ड यूनिवर्सिटी की मान्यता के साथ यहां पढ़ने वाले छात्रों की डिग्री भी रद्द कर दी थी। एआईसीटीई ने जेआरएन राजस्थान विद्यापीठ उदयपुर राजस्थान, आईएएसई सरदार राजस्थान, एएआई इलाहाबाद, बीएमआरआई सलेमपुर तमिलनाडु के ओपन दूरस्थ शिक्षा पद्धति की मान्यता रद्द की थी। एआईसीटी ने इन अभ्यर्थियों की डिग्री भी रद्द कर दी थी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की रिपोर्ट आते ही इन इंजीनियरों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। राजधानी में राजस्थान की ओपन यूनिवर्सिटी का कैम्पस प्रतिभा सिनेमा के पास चलता था। यहां से एलडीए और अन्य प्राधिकरणों के इंजीनियरों ने घर बैठे बीटेक डिग्री ली थी।
इन डीम्ड विश्वविद्यालय की मान्यता खत्म करने के साथ केंद्र सरकार ने इनसे डिग्री पाने वालों को एक एक मौका दिया था। जानकारी के अनुसार बता दें कि उन्हें एआईसीटीई, यूजीसी की संयुक्त सर्वेक्षण परीक्षा पास करनी थी। यह परीक्षा इंजीनियरिंग के लिए हुई थी। इसमें इसी विषय से संबंधित क्षमताओं का आकलन होता था। मगर प्राधिकरणों में तैनात इंजीनियर यह परीक्षा पास नहीं कर पाए। जिसकी वजह से उन पर संकट आया है।