शराब के नशे में धुत दोस्तों ने किया मर्डर, फिर दोस्त की लाश के बगल ही सो गए हत्यारे, चार अरेस्ट - UP News
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर बर्रा थाने की पुलिस ने ई-रिक्शा चालक मर्डर केस का खुलासा कर दिया है। शराब पीने और नॉनवेज खाने के दौरान एक ई-रिक्शा चालक ने दलित दोस्त से जातिगत गाली देते हुए कहा कि तुम बराबरी में बैठाकर खिलाने-पिलाने लायक नहीं हो। बस इसी खुन्नस में दोस्तों ने ही उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
हत्याकांड में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। चारों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
शराब और नॉनवेज पार्टी में झगड़े के दौरान हुआ था मर्डर
डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया, मूलरूप से भिंड मुरैना का रहने वाला ई-रिक्शा चालक गौरव सिंह राजावत का 3 फरवरी को घर पर ही शव मिला था। जांच में सामने आया कि गौरव सिंह ने दो महीने पहले ही बर्रा विश्वबैंक निवासी दोस्त रुद्र प्रताप सिंह उर्फ टीटी के घर में किराए का कमरा लिया था।
जबकि उसकी पत्नी खुशबू और दो बच्चे फत्तेपुर गोही स्थित ननिहाल में रहते हैं। हत्याकांड से ठीक एक दिन पहले गौरव और उसके दोस्त बर्रा विश्व बैंक डी ब्लाक निवासी रुद्र प्रताप सिंह, संजय निषाद, वेद शुक्ला और कल्लू रावत ने 2 फरवरी की रात को शराब और नॉनवेज पार्टी की थी। इस दौरान तेज आवाज में वे लोग गाना भी सुन रहे थे।
चारों दोस्तों रुद्र प्रताप सिंह, संजय निषाद, वेद शुक्ला और कल्लू रावत को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो सामने आया कि शराब पीने के दौरान गौरव, कल्लू को जातिसूचक गाली देने लगा। कहा कि तुम साले बराबरी में बैठाने लायक नहीं हो। गुस्से में कल्लू ने डंडे से उस पर कई वार कर दिए।
बचाने के लिए संजय और वेद व रुद्र पहुंचे तो उनसे भी गाली-गलौज करने लगा, जिसके बाद सभी ने जमकर पीटा। पांचों दोस्त इतना नशे में थे कि सभी कमरे में सो गए। सुबह उठे तो देखा कि गौरव सिंह की मौत हो चुकी है। इसके बाद वहां से सभी दोस्त भाग निकले थे। पुलिस ने चारों दोस्तों को अरेस्ट कर लिया है।
डीसीपी साउथ ने बताया कि मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा। इसके बाद चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
मकान बेचने पर मिले थे लाखों रुपए
डीसीपी साउथ ने बताया कि ई-रिक्शा चालक गौरव सिंह ने हाल ही में अपनी एक कॉलोनी बेचने के लिए एडवांस रुपए लिया था। इसी रुपयों से वह दोस्तों के साथ नशेबाजी कर रहा था। दोस्तों को शराब पिलाता और नॉनवेज खिलाने के दौरान घमंड के चलते गाली-गलौज करता था। इसी के चक्कर में एक दिन विवाद बढ़ गया और मारपीट में गौरव की मौत हो गई। हत्या के इरादे से दोस्तों ने उसकी पिटाई नहीं की थी।