होटल के कमरे में सिपाही की लाश फंदे से लटकी थी, ऑन ड्यूटी था; पत्नी बोली... - UP News
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, चित्रकूट. चित्रकूट में मंगलवार को एक सिपाही की लाश होटल के कमरे से बरामद की गई। कमरा अंदर से बंद था। होटल मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने गेट तोड़ा, तो सिपाही का शव फंदे से लटक रहा था। इसके बाद मौके पर फोरेंसिक टीम बुलाई गई। वहीं सूचना पाकर एक बेटे के साथ पहुंची पत्नी ने पुलिस अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
यह सिपाही की तस्वीर है, जिसने सुसाइड कर लिया है। |
सिपाही की पत्नी ने रोते-बिलखते हुए कहा, ''मेरे पति को उनके अधिकारी लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उनके खिलाफ लेट पहुंचने पर रिपोर्ट दर्ज कर ली जाती थी। इसी के चलते वह डिप्रेशन में थे और आज उन्होंने सुसाइड कर लिया।''
पूरा मामला कर्वी कोतवाली क्षेत्र स्थित गणेश गेस्ट हाउस होटल का है। यहां मंगलवार की दोपहर को सिपाही का शव मिला। सिपाही की पहचान वीरेंद्र यादव के रूप में हुई है। वह पुलिस लाइन में तैनात था। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कोतवाली निरीक्षक हर्ष पांडे ने अंदर से लॉक कमरे को तुड़वाया। इसके बाद आगे की कार्रवाई की गई।
मौके पर फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीम ने कई एविडेंस कलेक्ट किए हैं। इसी दौरान सूचना पाकर मौके पर वीरेंद्र की पत्नी सोनी देवी एक बेटे के साथ मौके पर पहुंच गई। वीरेंद्र का शव देखते ही वह बदहवास हो गई। इस दौरान पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
मौके पर पहुंचे फोरेंसिक एक्सपर्ट ने कई एविडेंस कलेक्ट किए |
मेरे पति को बताया मुजरिम बताया जा रहा था
वीरेंद्र की पत्नी सोनी देवी ने कहा, ''मेरी कुछ साल पहले वीरेंद्र से शादी हुई थी। हमारे एक बेटा भी है। मेरे पति मुझसे कहते थे कि उनके साथ के तीन-चार पुलिस वाले उन्हें परेशान करते थे। बहुत दिनों से मेरे पति को परेशान किया जा रहा था। मेरे पति मुझसे बताते थे कि वो लोग उन्हें बहुत तंग करते थे। मेरे पति को अपराधी बताते थे और कहते थे कि यह मुजरिम है, अपराधी है। इसकी दूर-दूर ड्यूटी लगाओ।''
सोनी देवी ने कहा, ''करीब एक साल से मेरे पति को परेशान किया जा रहा था। वो लोग 4-5 मिनट लेट होने पर पति के खिलाफ रिपोर्ट लिख देते थे। हमें उन लोगों का नाम नहीं पता है। वह लोग पुलिस अधिकारी ही हैं। उन्हें 4-5 महीने पहले सस्पेंड कर दिया गया था। फिर बहाल कर दिया गया था।''
सिपाही के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया |
सुबह फोन कॉल पर हुई थी बात
सोनी देवी ने कहा, ''आज सुबह फोन पर मेरी पति से बात हुई थी। उन्होंने मुझे बताया था कि वो सीतापुर में हैं। दोपहर में आ जाएंगे। हम लोग किराए के कमरे में रहते हैं। उसी का किराया देने के लिए हमें बैंक में बुलाया था। मेरे पति ने मुझसे कहा था कि आज बैंक में मिलना, वहीं रुपए निकाल कर दूंगा तो किराया भी दे देना। इसके बाद मैं बैंक गई थी। फिर मुझे उनकी मौत की सूचना मिली और मैं गेस्ट हाउस आ गई। मेरे पति का वेतन भी बहुत कम आता था। वेतन काट दिया जाता था।''
चार दिन से गेस्ट हाउस में रह रहा था वीरेंद्र
मौके पर पहुंचे SP अरुण कुमार सिंह ने कहा, ''सिपाही ऑन ड्यूटी था। गेस्ट हाउस के रजिस्टर को देखा गया है। इसमें चार दिन पहले की एंट्री रजिस्टर्ड है। वह यहां चार दिनों से रह रहा था। पूछताछ के क्रम में पता चला है कि वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ यहीं किराए के मकान पर रहता था। मौके से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।''
यह सिपाही की पत्नी सोनी देवी है। |
लेट आने पर तो रिपोर्ट होती है, यही प्रावधान है
SP से जब सिपाही वीरेंद्र की पत्नी के लगाए गए आरोपों पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, ''अब तक सुसाइड के कारणों का पता नहीं चला है। वीरेंद्र के परिवार के लोग आ गए हैं। आप जैसा सवाल पूछ रहे हैं, तो बता दूं कि अगर लेट पहुंचता था और रिपोर्ट दर्ज कर ली जाती थी, तो यह कानूनी प्रावधान है।''
SP ने जबरदस्ती सस्पेंड करने के आरोप पर कहा, ''सस्पेंड करने की बात पर जरूर कोई कारण रहे होंगे। इसकी बकायदा जांच होती है। आज तो सिपाही ड्यूटी पर था। वह वर्किंग पर था। पुलिस लाइन से उसे जो कमांड और ड्यूटी मिलती थी, वो वही कर रहा था।''