मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उठाई कार्बाइन, फिर की पांच राउंड फायरिंग
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथ में कार्बाइन थामी। इसके बाद फायरिंग रेंज में निशाना साधकर कार्बान से पांच राउंड फायर किए। इसके बाद सीएम योगी को रक्षा विशेषज्ञों ने हथियारों और गोला बारूद की विशेषताओं की जानकारी दी। दरअसल सोमवार को सीएम योगी ने कानपुर में अदाणी ग्रुप के एम्युनिशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स में घूमकर अवलोकन किया। सीएम योगी ने इसके बाद स्वचलित हथियार चलाने के बाद वहां मौजूद डिफेंस के अधिकारियों से स्वचलित हथियारों की जानकारी भी हासिल की। योगी ने यहां ड्रोन, गोलियों और गोला-बारूद की प्रदर्शनी को देखकर प्रसन्नता जताई। उन्होंने स्माल, मीडियम और लार्ज आर्म्स की जानकारी भी ली।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले यूपी में युवा तमंचे लहराया करते थे, अब उनके हाथों में टैबलेट है। पहले रंगदारी वसूल की जाती थी, अब पीएम स्वनिधि योजना से स्वावलंबी बनाने का काम चल रहा है। पहले दंगे होते थे, अब दंगल में गोल्ड मेडल जीते जा रहे हैं। वह सोमवार को कानपुर डिफेंस कॉरिडोर में अडानी एम्युनिशन कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडेय और अडाणी पोर्ट्स के एमडी करन अडानी ने भी संबोधित किया। 1500 करोड़ की पहली रक्षा निर्माण इकाई के साथ डिफेंस कॉरिडोर में काम शुरू हो गया।
पहले चरण में यहां तोप के गोले, कारतूस, हैंडग्रेनेड बनने शुरू हो गए हैं। इस बड़ी पहल को भारत की आत्मनिर्भरता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर में छह नोड बनाने के लिए अलीगढ़, झांसी, आगरा, चित्रकूट, लखनऊ और कानपुर को चुना गया है। इसके लिए 5,000 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी। इसमें से 2023 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है। बाकी नोड तैयार करने में भी कोई दिक्कत नहीं आने वाली है। संबोधन के बाद मुख्यमंत्री ने फायरिंग भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के लिए कानपुर में आईआईटी और एचबीटीयू हैं। इनकी भी भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। वे बीएचयू रक्षा क्षेत्र में सेंटर फॉर एक्सीलेंस की अहम भूमिका निभा सकते हैं। उनसे तालमेल तक काम कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने निवेश को लेकर भी सपा सरकार पर हमला बोला। कहा कि यूपी में पहले कोई निवेश में रुचि नहीं दिखाता था। निवेशक भागते थे। अब भारी निवेश हो रहा है। व्यक्ति की सुरक्षा के साथ ही पूंजी की सुरक्षा में भी जरूरी है। अब यूपी में पूंजी की सुरक्षा की गारंटी है।
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडेय ने कहा कि हाल में हुई भू-राजनीतिक घटनाएं संकेत देती हैं कि लंबे समय तक चलने वाले संघर्ष की तैयारी जरूरी है। आयुध के लिए आंतरिक स्रोतो से आपूर्ति जरूरी है। इतनी बड़ी तकनीक को स्वदेशी बनाने के लिए अडाणी डिफेंस एवं एयरोस्पेस की यह बड़ी पहल है।