महिला सिपाही से छेड़छाड़ करने वाले इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा, महिला आयोग के आदेश पर हुई कार्रवाई
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बरेली. महिला कांस्टेबल को दुल्हन की नजर से देखने के आरोपी आरपीएफ इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह मीणा अब कानून के शिकंजे में फंस गए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना में आरपीएफ इंस्पेक्टर के विरुद्ध मानवाधिकार आयोग के आदेश पर इज्जतनगर थाना पुलिस में बुधवार को प्राथमिकी लिखी गई।
आरोपी ने पीड़िता के साथ कई बार मारपीट और गाली गलौज भी किया। फोन करके नौकरी से निकलवाने की धमकी देता था। साथ ही अन्य सहकर्मियों से बातचीत करने से मना करता था।
यह है पूरा मामला
पीड़िता ने मंडल रेल प्रबंधक और आरपीएफ के सीनियर डीसीएम से मामले की शिकायत की थी, जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी को गोरखपुर के लिए स्थानांतरित कर दिया।
आरपीएफ की महिला कांस्टेबल की जांच आरोपी इंस्पेक्टर को सौंपी गई थी। महिला कांस्टेबल की जांच करते-करते आरोपी ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। साथ ही महिला कांस्टेबल के साथ छेड़छाड़ करने लगा। कई बार महिला कांस्टेबल ने विरोध किया तो आरोपी जांच में फंसा कर कार्रवाई की धमकी देता था।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि गजेंद्र मीणा ने उसके साथ छेड़छाड़ की और धमकी दी। इस मामले में आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी इज्जतनगर थाना में लिखी गई। उधर, डीआरएम ने आरोपी के विरुद्ध विशाखा गाइडलाइंस के अनुसार, आंतरिक शिकायत कमेटी से जांच कराई थी, जिसमें दोषी पाए जाने पर आरोपी के विरुद्ध मेजर चार्जशीट दी गई।
सीनियर कमांडेंट ने आरोपी इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह मीणा को आरपीएफ कंट्रोल रूम में संबद्ध किया गया था, लेकिन जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी को गोरखपुर मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया। अब पुलिस ने प्राथमिकी लिखकर मामले जांच शुरू कर दी है।
मंडल रेल प्रबंधक की ओर से गठित विशाखा गाइडलाइंस के अनुसार, आंतरिक शिकायत कमेटी (आईसीसी) ने आरोपी इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह मीणा के विरुद्ध आई शिकायत की जांच की थी। जांच कमेटी ने आरोपी को दोषी मानते हुए डीआरएम को रिपोर्ट सौंप दी थी, दोषी पाए गए थे। मेजर चार्जशीट देकर स्थानांतरित कर दिया गया था।-संजीव कुमार शर्मा, सीनियर डीसीएम, इज्जतनगर रेल मंडल।
शिकायती पत्र के आधार पर आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई है। अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।-जयशंकर सिंह, इंस्पेक्टर इज्जतनगर।