स्कूल मान्यता के नाम पर क्लर्क ने मांगे 1.40 लाख रूपये, एंटी करप्शन ने दबोचा; AD बेसिक पर FIR
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ में एंटी करप्शन यूनिट की छापेमारी में शिक्षा विभाग के एक क्लर्क को गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग के एडी बेसिक पर भी एफआईआर दर्ज कर ली है। इस छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
आजमगढ़ जिले के एडी बेसिक कार्यालय में तैनात असिस्टेंट क्लर्क मनोज कुमार श्रीवास्तव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन यूनिट ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई की और लिपिक को अरेस्ट कर लिया।
एंटी करप्शन टीम के आजमगढ़ यूनिट प्रभारी सुखवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि क्लर्क के अलावा एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्रा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार बलिया जिले के रहने वाले राजीव कुमार सिंह ने जिले की एंटी करप्शन टीम को शिक्षा विभाग कार्यालय में रिश्वतखोरी की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता राजीव ने पत्र लिखकर आरोप लगाया कि आजमगढ़ एडी बेसिक कार्यालय में जब वे अपने कक्षा 6 से 8 तक स्कूल के लिए मान्यता का आवेदन लेकर पहुंचे तो उनसे रिश्वत मांगी गई।
राजीव ने आरोप लगाया कि एडी बेसिक कार्यालय में तैनात क्लर्क मनोज कुमार श्रीवास्तव ने मान्यता दिलाने के नाम पर 1 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। क्लर्क ने कहा कि यह रकम अधिकारी तक जाती है, इसलिए पैसा कम नहीं किया जाएगा। काफी मिन्नत करने और 4 बार कार्यालय दौड़ने के बाद लिपिक ने रिश्वत की रकम 10 हजार कम करने पर सहमति दी। तब 1 लाख 30 हजार रुपए में डील तय हो गई।
यह पूरा मामला जब आजमगढ़ की एंटी करप्शन यूनिट के पास पहुंचा तो उन्होंने पूरी तैयारी के साथ एडी बेसिक कार्यालय पर सोमवार को छापेमारी की। तय रकम जब क्लर्क को दिया गया तो नोट पर पहले से लगे केमिकल की वजह से लिपिक के हाथ का रंग लाल हो गया और तत्काल टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार क्लर्क आजमगढ़ के जाफरपुर का रहने वाला है।
एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारी ने बताया कि आरोपी मनोज कुमार श्रीवास्तव को दो लोक सेवक के सामने ही रिश्वत वाले नोट के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के विरुद्ध मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। यूनिट प्रभारी सुखवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि जिले में दागी लोक सेवकों के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है।
गिरफ्तारी के बाद भी मुसकुराता रहा आरोपी क्लर्क
एंटी करप्शन यूनिट की गिरफ्तारी के बाद भी आरोपी क्लर्क मुस्कुराते हुए देखा गया, मानों उसे किसी बात की फिक्र नहीं है। यूनिट प्रभारी ने बताया कि आरोपी ने कहा है कि रिश्वत का पैसा एडी बेसिक को भी दिया जाता है, इस आधार पर एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्रा पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
गिरफ्तारी के बाद भी मुसकुराता रहा क्लर्क |
दूसरी तरफ शिकायत करने वाले राजीव कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग में किस तरह से खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है, इसका जीता-जागता उदाहरण यह प्रकरण है। कहा कि हमने जब मान्यता के लिए आवेदन किया तो रिश्वत मांगी गई और कहा गया कि ऊपर के अधिकारियों तक पैसा जाता है। यह बात लिपिक ने दावे के साथ कही थी। इससे साफ पता चलता है कि सरकारी विभागों में किस तरह से रिश्वत लिया जाता है।