ग़ाज़ीपुर में पतंगों से रंगबिरंगा हुआ आसमान, कटने पर गूंज रहा भक्क काटा...
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को है। जैसे-जैसे यह नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे फिजा में भक्क काटा की आवाज भी गूंजने लगी है। स्कूलों में छुट्टियां चल रही हैं। ऐसे में घर पर बच्चे और बड़े भी पतंगबाजी का लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं, मांग के चलते पतंग, मांझा, परेता की दुकानों पर दिन भर भीड़ दिख रही है।
मकर संक्रांति पर पतंगबाजी का विशेष महत्व है। आलम यह है कि सुबह नौ बजे के बाद से बच्चे परेता लेकर घर की छतों और मैदानों में पहुंच जा रहे हैं। इसके बाद पतंगबाजी का जो क्रम शुरू होता है, वह सर्यास्त तक जारी रह रहा है। पूरे दिन आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उड़ती नजर आ रही हैं। जैसे ही कोई पतंग कट रही है वह उसे पाने के लिए फर्राटा दौड़ लगाते हुए उसे पाने के लिए टूट पड़ रहे हैं। इस दौरान छीनाझपटी में पतंग फट जाने पर उनमें झड़प भी हो जा रही है।
शहर के मिश्रबाजार, नवापुरा, चीतनाथ, लालदरवाजा, लंका, स्टेशन, गोराबाजार आदि मुहल्लों में पतंगों और मंझा की दुकानें लगी हैं। इन दुकानों पर पतंग और मंझे की खरीद के लिए पूरे दिन बच्चों और बड़ों की भीड़ लग रही है। तीन रुपये से लेकर डेढ़-दो सौ रुपये तक की रंग-बिरंगी और तरह-तरह के चित्रों वाली पतंगों की बिक्री की जा रही है।