मुफ्त राशन को लेकर बदला गया है नियम, गेहूं-चावल लेने के लिए करना होगा ये काम
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. केंद्र सरकार द्वारा गरीबों को यूपी में बांटे जा रहे फ्री राशन को लेकर नियम बदल गया है। मुफ्त में गेहूं-चावल लेने के लिए राशन कार्ड में अंकित प्रत्येक सदस्य को अब कोटे की दुकान तक जाना होगा। यही नहीं हर सदस्य को अब अंगूठा भी लगाना होगा। इसके बाद ही राशन मिल पाएगा। हालांकि ये नियम अभी गोंडा में ही लागू हुआ है। दरअसल गोंडा जिला पूर्ति विभाग ने अब यूनिट सत्यापन की तैयारी शुरू की है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले में करीब पांच लाख 40 हजार परिवारों के पास पात्र गृहस्थी और करीब 65 हजार परिवारों के पास अंत्योदय राशन कार्ड है। इन्हें हर महीने 1789 कोटदारों के माध्यम से फ्री में गेहूं-चावल दिया जा रहा है। इनमें करीब एक लाख लाभार्थी ऐसे हैं जो अपात्र हैं। इनकी पहचान के लिए विभाग ने सत्यापन कराने की कोशिश की लेकिन सत्यापन नहीं हो पाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गोंडा में करीब एक लाख से ज्यादा ऐसे कार्ड धारक हैं जिनके पास बंग्ला, गाड़ी और कोठी मौजूद है, वह भी फ्री गेहूं-चावल का लाभ ले रहे हैं। इनके सत्यापन के लिए कोटेदारों को अब नया निर्देश जारी किया गया है। अपात्रों की पहचान करने के लिए विभाग अब यूनिट सत्यापन कराएगा। इसमें कोटेदार उन सभी सदस्यों का बारी-बारी से अंगूठा लगवाएगा, जिनके नाम हर महीने राशन उठाया जा रहा है।
विभाग सूत्रों के अनुसार राशन कार्ड में जिन लोगों के नाम चढ़े हैं और वह प्रत्येक महीने राशन ले रहे हैं उनका हर महीने अंगूठा लगाया जाएगा। पहले महीने एक व्यक्ति का तो अगले महीने किसी दूसरे सदस्य का अंगूठा लगाकर ही राशन दिया जाएगा। राशन कार्ड में जो भी सदस्य शामिल हैं उन सभी को हर महीने अलग-अलग अंगूठा लगाना होगा। यह प्रक्रिया तब तक चलेगी जब जिले के प्रत्येक राशन कार्ड का सत्यापन नहीं हो जाता। इसके अलावा नई मशीनों की भी व्यवस्था की जा रही है जो हर सदस्य के अंगूठा लगाने के बाद ही राशन देगी।