रंगीन दिखेंगे दिलदारनगर जंक्शन के रेलवे ट्रैक, अब स्वच्छता को लेकर मिलेगी रैंकिग
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब रेलवे भी ट्रैक को स्वच्छ रखने की पहल करेगा। रेलवे विभाग द्वारा अब सभी रेलवे ट्रैक को रंगीन किया जाएगा। हाजीपुर जोन के पंडित दीनदयाल उपाध्याय दानापुर डिवीजन में स्वच्छता के तमाम प्रयासों के बावजूद रेल पटरियों पर कचरा बिखरा रहता है। इसे रोकने के लिए रेलवे नई पहल कर रहा है। स्टेशनों की रेल पटरियां को अब रंगीन किया जाएगा। रंग-बिरंगे ट्रैक देखकर यात्री खुद कचरा नहीं फेकेंगे। स्टेशनों पर स्लीपर को पेंट से रंगा जाएगा। अब ट्रैक सतरंगी दिखेगा। स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के लिए रेलवे अब पटरियों का भी स्वच्छता सर्वे कराएगा। यह सर्वे एक स्वतंत्र संस्था की ओर से अति व्यस्त रूटों पर किया जाएगा।
इस सर्वे के बाद रेलवे हाजीपुर जोन को उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग देगा। रेलवे ने हाल ही में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया से 1207 स्टेशनों पर किए गए एक सर्वे के आंकड़े जारी किए हैं। इस सर्वे में इन स्टेशनों को स्वच्छता के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी। हाजीपुर रेलवे जोन से स्वच्छता अभियान के तहत ट्रैक को स्वच्छ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे ट्रैक पर कई जगहों पर बचा हुआ खाना, प्लास्टिक की बोतलें, पेपर बाक्स आदि फैले रहते हैं। ट्रैक अगर साफ़ सुथरा रहेगा तो कोई भी व्यक्ति कचरा फेंकने से पहले कई बार सोचेगा।
रंग-बिरंगे रेल ट्रैक से यात्रियों को करेंगे आकर्षित
यात्री शौचालय से रेलवे ट्रैक गंदा हो जाता है। कई रेलवे मंडल स्टेशनों के आस-पास ट्रैक को साफ रखने के लिए मशीनों की सहायता लेते हैं। इसके अलावा ट्रेनों में लगे बायो टॉयलेट के चलते ट्रैक पर गंदगी कम होती है। रेलवे ने स्वच्छ रेल पोर्टल की भी शुरुआत की है, जिसमें विभिन्न स्टेशनों की स्वछता के आधार पर रैकिंग बताई गई है। बता दें कि फीडबैक के आधार पर गंदगी वाली जगहों की पहचान कर उन्हें साफ कराया जाएगा और स्वच्छता के स्तर में सुधार आएगा। इस प्रक्रिया से रेलवे के विभिन्न मंडलों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी। बीते 3 सालों के रेल बजट में रेलवे स्टेशनों को स्वच्छ रखने के लिए कई उपायों की रेलवे ने घोषणा कर रखी है।
हाजीपुर रेलवे जोन के सीपीआरओ बीरेंद्र कुमार ने बताया कि डिवीजन के स्टेशनों पर ट्रैक स्लीपर को रंगीन एवं आकर्षक बनाया जाएगा। इससे यात्री खुद गंदगी करने के पहले सोचेंगे, जिससे ट्रैक व प्लेटफार्म स्वच्छ दिखेगा।