निशब्द: एक्सप्रेसवे पर खुरचकर निकालनी पड़ी लाश, रातभर गाड़ियां लाश रौंदती रहीं, अंगुली से पता चला कि मरा है
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजियाबाद/लखनऊ. यूपी के आगरा और गाजियाबाद से झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। दरअसल, दोनों जगहों पर सोमवार रात सड़क हादसे हुए। इसमें 2 की मौत हो गई। मगर, हादसे के बाद हाईवे से गुजरने वाली एक गाड़ियां नहीं रुकीं। न किसी ने पुलिस को फोन कर घटना के बारे में बताया। बल्कि, पूरी रातभर गाड़ियां लाशों पर रौंदती रहीं।
मंगलवार सुबह आगरा एक्सप्रेस-वे से पुलिस ने फावड़े से खुरचकर लाश निकाली। शव के टुकड़े 10 मीटर चिपके थे। गाजियाबाद में सिर्फ अंगुली और कान बचे। जिन्हें देखकर लोगों को समझ आया कि ये किसी इंसान की लाश है। अब पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगा कि दोनों लाशें महिला की थीं या पुरुष कीं। वहीं, ये लोग कौन थे, हादसा कब हुआ? कैसे हुआ? आखिर घंटों कैसे गाड़ियां इन्हें रौंदती रही। ये सब जांच के बाद सामने आ सकेगा।
गाजियाबाद-हापुड़ हाईवे पर वेव सिटी थाना क्षेत्र में सद्भावना कट के नजदीक हुआ। सोमवार रात में किसी को कुछ पता नहीं चला। मंगलवार सुबह जब कुछ लोग घूम रहे थे, तो उनकी नजर सड़क पर गई। उन्हें ऐसा लगा, जैसे रात यहां कोई एक्सीडेंट हुआ हो। जब वे करीब पहुंचे, तो ध्यान से देखने पर उन्हें इंसान की कुछ उंगलियां दिखाई दीं। इसके बाद पता चला कि यहां रात किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट हुआ और वो मर गया।
कोहरे में वाहनों को नहीं दिखी लाश
रात 8 बजे से ही हाईवे पर घना कोहरा शुरू हो गया था। रात 10 बजे के आस-पास स्थिति ये थी कि विजिबिलिटी शून्य हो गई थी। 5 मीटर दूर चल रहे वाहन भी दिखाई नहीं दे रहे थे। माना जा रहा है कि रात ही अज्ञात वाहन की चपेट में आकर यहां पर इस व्यक्ति की मृत्यु हो गई और कोहरे की वजह से नहीं दिखने के कारण पूरी रात वाहन उसको रौंदते गए।
पुलिस ने खुरचकर उठाए मांस के लोथड़े
वेव सिटी थाना प्रभारी अंकित कुमार ने बताया, मंगलवार सुबह हादसे में मौत होने की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। सड़क से पुलिस को कुछ सिर के बाल, एक उंगली और कान का टुकड़ा मिला है। इसे भी पुलिस ने बमुश्किल सड़क से खुरचकर उठाया। इसके अलावा शरीर का कोई भी पार्ट पूरा नहीं मिला। यहां तक कि कपड़े भी वाहनों की चपेट में आकर गायब हो चुके थे।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बिखरे शव के टुकड़े को समेटते पुलिसकर्मी। |
मिसिंग लोगों का जुटा रहे डेटा
थाना प्रभारी ने बताया, हमने घटनास्थल के आसपास सभी CCTV कैमरों की फुटेज देखी। कोहरे की वजह से कुछ भी स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। अब आस-पास के थानों में मिसिंग लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। मृतकों की शिनाख्त के लिए हर कोशिश की जा रही है। पुलिस ने जांच के लिए जो पार्ट भेजे हैं, उनसे सिर्फ यही पता चल पाएगा कि मरने वाला पुरुष है या महिला और उसकी उम्र कितनी है।
आगरा में भी शव को रात भर वाहन रौंदते रहे। मंगलवार सुबह राहगीरों की सूचना पर पुलिस पहुंची। शव के चिथड़ों को फावड़े से खुरचकर बटोरा गया। शव की पहचान के लायक कुछ नहीं बचा है। इस दौरान सड़क पर करीब 10 मीटर तक शव चिथड़े बिखरे रहे। पुलिस को टुकड़ों को बटोरने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। फावडे़ से शव को खुरचना पड़ा। पुलिस के शव के टुकड़ों को समेटकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
फावडे़ से बटोरने पडे़ टुकडे़
प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया, ''टोल के आसपास पूछताछ में जानकारी करने पर पता चला कि 40 साल का एक मानसिक विक्षिप्त युवक घूमता था। ग्रामीण उसे खाने को देते थे। रात में सड़क पार करते समय किसी वाहन की चपेट में आ गया होगा। मरने वाले के बारे में जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है।
जनवरी 2022 में सिकंदरा हाईवे पर हुआ था हादसा
सिकंदरा हाईवे पर कीठम मोड़ के पास दो जनवरी 2022 की रात को इसी तरह दिल झकझोरने वाला हादसा हुआ था। युवक के शव को रात भर वाहन रौंदते रहे थे। उसकी हड्डियां सड़़क पर चिपक गई थीं। शव से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान भिंड के रहने वाले युवक के रूप में हुई थी। परिजनों ने युवक की हत्या का आरोप लगाते हुए सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।