उप महानिरीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने संभाला वाराणसी रेंज का चार्ज: कहा - अपराधियों-माफियाओं को जेल; गैंगस्टरों की कुर्क होगी संपत्ति
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी परिक्षेत्र के नवागत उप महानिरीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने मंगलवार को कार्यभार संभाला। परिक्षेत्र कार्यालय पहुंचकर DIG ओमप्रकाश सिंह ने सबसे पहले परिक्षेत्रीय कार्यालय के सभी शाखाओं में भ्रमण किया। पटल पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के कार्यों का जायजा लिया, जनपदवार कर्मचारियों का परिचय जाना। पटल वार कार्यों का निरीक्षण करते हुए शासन के निर्देशों और कानून व्यवस्था की प्राथमिकताओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पीडि़तों की समस्याओं के समाधान के लिए सर्व सुलभ, सर्व उपलब्धता होगी। अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। गैंगस्टर के आरोपियों के खिलाफ कुर्की समेत अन्य विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मंगलवार को वाराणसी परिक्षेत्र कार्यालय में डॉ. ओम प्रकाश सिंह ने बतौर उप महानिरीक्षक ज्वाइन करते ही अपनी मंशा साफ कर दी। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकताओं को पूरी पारदर्शिता से लागू किया जाएगा। रेंज के जनपदों में पुलिसकर्मी थानों, बीट और हल्के में सक्रिय नजर आएंगे। डीआईजी ने थाना दिवसों को सार्थक बनाने पर जोर देते हुए बताया कि जनशिकायतों, जमीनों के विवादों का निस्तारण कराया जाएगा।
आईजीआरएस व सीसीटीएनएस की शिकायतों का निस्तारण पारदर्शिता व निष्पक्षता से करने एवं अपराधों पर अंकुश, अनावरण व अपराधियों की धरपकड़ में त्वरित कार्रवाई होगी। इलेक्ट्रनिक/वैज्ञानिक संसाधनों का भरपूर प्रयोग करने के साथ ही विवेचना व जांच सही व गुणवत्तायुक्त हो, इस पर विशेष जोर रहेगा। समीक्षा कर अच्छा कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
सिविल सर्विसेज की तैयारी के बीच 1990 बैच के पीपीएस अफसर डा. ओमप्रकाश सिंह मूलत: बहराइच के निवासी हैं। इलाहाबाद विवि से दर्शनशास्त्र में स्नातक व पीएचडी से अलंकृत डॉ. ओपी सिंह 2018 के आईपीएस अधिकारी हैं। ओपी सिंह को 2017 में प्रधानमंत्री अवार्ड, 2019 में डीजी डिस्क सिल्वर मेडल, 2021 में डीजी डिस्क गोल्ड मेडल मिला है।
आईपीएस प्रोन्नति के बाद झांसी जीआरपी अनुभाग के पुलिस अधीक्षक रेलवे से एसपी ललितपुर बनाए गए। ललितपुर में एसपी के पद से पदोन्नति होकर 30 नवंबर 2018 को झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पद का कार्यभार दिया गया। इसके बाद गाजीपुर में बतौर एसपी तैनात रहे, जहां से बदायूं तबादला 2021 में हुआ था।
डा. ओपी सिंह अब तक बहराइच, इलाहाबाद, कानपुर नगर, बरेली, मेरठ, हापुड़, गौतमबुद नगर, सीतापुर, फिरोजाबाद, फैजाबाद, बाराबंकी, नोयडा, गाजियाबाद आदि जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। डीआईजी बनने से पहले आईपीएस ओपी सिंह बदायूं में बतौर एसएसपी तैनात थे। गाजीपुर में भी लंबे समय तक एसपी रहे और कोरोना के दौरान अस्पताल में गाना गाकर सोशल मीडिया खूब सुर्खियां बटोरीं।
वाराणसी परिक्षेत्र में तीन जिलों की जिम्मेदारी
DIG डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने वाराणसी परिक्षेत्र का डीआईजी ने कार्यभार संभाल लिया है। इसमें गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर जिले शामिल हैं, जिसमें तमाम चुनौतियां नए डीआईजी का इंतजार कर रही हैं। गाजीपुर-चंदौली में माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई और उसके मुकदमों में सशक्त पैरवी, गवाहों की पेशी, गवाहों को सुरक्षा देना सबसे अहम टास्क होगा। उसके मुकदमों में विवेचना को पूरा कराना और चार्जशीट कोर्ट में पेश कराना भी चुनौती होगी।
मुख्तार गैंग से जुड़े पूर्वांचल के नेटवर्क को खंगालने और गैंग के सदस्यों को सलाखों के पीछे भेजने का जिम्मा नवागत डीआईजी ओमप्रकाश सिंह के जिम्मे होगा। इसके अलावा जौनपुर में रंजिशन होने वाली हत्याएं और राजनीति विद्वेष की वारदातों पर भी अंकुश लगाना होगा। चंदौली के नक्सल प्रभावित इलाके में नक्सली गतिविधियों को पनपने नहीं देना भी चुनौतीपूर्ण होगा। वहीं सीमा पार बिहार में शराब और पशुओं की तस्करी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।