कैलाश मानसरोवर-तिब्बत की स्वतंत्रता का गाजीपुर से शंखनाद करेगा BTSS
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. कैलाश मानसरोवर और तिब्बत की पूर्ण स्वतंत्रता के लिए गठित भारत तिब्बत समन्वय संघ गाजीपुर से आंदोलन का शंखनाद करेगा। संगठन के स्थापना दिवस पर पूर्वांचल के प्रमुख संत और मठों के महंत शहीदी धरती पर जुटेंगे। BTSS 12 जनवरी को 'अभ्युत्थानम 2024' का ध्यये वाक्य लेकर जनजागरुकता अभियान भी चलाएगा। आयोजनों को आंदोलन तक पहुंचाने के लिए उप्र के अलावा देशभर से युवाओं की टीमें तैयार होंगी।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पुत्र अभिनव सिन्हा को 'अभ्युत्थानम 2024' का आमंत्रण देते महामंत्री मानवेंद्र सिंह मानव। |
वाराणसी में भारत तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मानवेंद्र सिंह मानव ने संतकबीर प्राकट्य स्थली पर पीठाधीश्वर महंत गोविद शास्त्री से मुलाकात की। पत्रकारवार्ता में कहा कि समन्वय संघ अपने स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजन के जरिए संस्कृति और विरासत को सहेजने पर मंथन करेगा। राष्ट्रीय स्तर के संतों के मार्गदर्शन में कैलाश मानसरोवर की यात्रा और तिब्बत की स्वतंत्रता के लिए सुगम मार्ग निकाला जाएगा। संतो के साथ हम सरकार तक अपनी मुहिम पहुंचाएंगे तो आराध्य भगवान शिव के दर्शन का मार्ग सुगम करेंगे।
RSS के सरसंघ चालक ने की थी स्थापना
मानवेंद्र सिंह मानव ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चौथे सर संघचालक प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया के निर्देश पर चीन की क्रूरता से तिब्बत को बचाने के लिए भारत तिब्बत समन्वय संघ की स्थापना की गई। संघ के तीस प्रस्तावों में से एक प्रमुख प्रस्ताव बाबा अमरनाथ की यात्रा अवधि बढ़ाए जाने को मंजूरी मिल चुकी है। संघ भगवान शिव के मूल स्थान कैलाश मानसरोवर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए जुटेंगे। महिला विभाग की जिलाध्यक्ष डा. पूजा श्रीवास्तव ने कहा कि देश भर की महिलाएं सोमवार का व्रत करती हैं और अपने आराध्य के मूल स्थान पर आज हम जा नहीं सकते, इस परिस्थिति में आवश्कता पड़ने पर देश की महिलाएं आंदोलन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।