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ग़ाज़ीपुर में लेखाकार फरार; कार्यालय का ताला तोड़कर जांच टीम ले गई कई दस्तावेज

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर.  15 लाख रुपये घोटाले के मामले में जिलाधिकारी की ओर से गठित टीम ने भी जांच शुरू कर दी है। त्रि-स्तरीय जांच कमेटी में पीडी राजेश यादव, डीपीआरओ अंशुल मौैर्य, डीडीओ सुभाष चंद्र सरोज शामिल हैं। शुक्रवार को जब टीम पहुंची तो लेखाकार मोतीराम के कार्यालय पर ताला लटका मिला। 
जबकि लेखाकार फरार है। ऐसे में जिलाधिकारी के आदेश पर मजिस्ट्रेट (नायब तहसीलदार) प्रवीण सिंह और पुलिस के साथ दोपहर 12 बजे पीडी, डीपीआरओ, बीडीओ सुवेदिता सिंह आदि पहुंचे। लेखाकार के कक्ष का ताला तोड़ा गया। इस दौरान जरूरी दस्तावेज की जांच की गई। साथ ही उसमें से 10 दस्तावेज को अधिकारी साथ ले गए। साथ ही आलमारी को सील कर दिया। टीम में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक दस्तावेज अधूरे हैं। जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

भदौरा ब्लाक के ग्राम पंचायत पथरा में बबलू सिंह के घर से शिव मंदिर तक नाला निर्माण और शिव मंदिर से पानी टंकी तक नाला मरम्मत कार्य व नव निर्माण कागज पर कराया गया। दो बार में 7,45895 रुपये और 7,57,577 रुपये का भुगतान फर्म राज ट्रेडर्स को किया गया है। 
मामले में सपा ब्लाक प्रमुख नरगिस खान, तत्कालीन बीडीओ गिरीश चंद्र सिंह निवासी छपरा सुल्तानपुर थाना जीयनपुर जनपद आजमगढ़ और फर्म मेसर्स राज ट्रेडर्स के प्रोपराइटर तबरेज खान निवासी उसिया थाना दिलदारनगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। विवेचना में दिलदारनगर थाना क्षेत्र के रक्सहा गांव निवासी और ब्लाक प्रमुख के पति औरंगजेब खान का भी नाम सामने आया। पुलिस ने बीडीओ, ठेकेदार और ब्लाक प्रमुख के पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 

एक दिन पहले ही फरार चल रही भदौरा से सपा ब्लाक प्रमुख नरगिस खान ने अपने अधिवक्ता के जरिये न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। खुद को निर्दोष बताते हुए अग्रिम जमानत का प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया था। कोर्ट ने अंतरिम जमानत खारिज करते हुए अग्रिम जमानत पर सुनवाई के लिए 16 जनवरी की तिथि तय कर दी।
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