गाजीपुर में एंबुलेंस में गूंजी किलकारी, जच्चा और बच्चा दोनो स्वस्थ, परिजनों में हर्ष
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. प्रदेश सरकार की एंबुलेंस सेवा लोगों के लिए हर रोज जीवन में हितकारी साबित होता दिख रहा है। जैसा की पूर्व में कई बार डॉक्टर और इलाज के अभाव में पीड़ा से पीड़ित गर्भवती प्रसूता सड़कों के किनारे या अन्य स्थानों पर बच्चों को जन्म देने को मजबूर हो जाया करती थी। लेकिन 102 एंबुलेंस सेवा प्रदान हो जाने के बाद प्रसव स्वास्थ्य केंद्र में या फिर प्रसव पीड़ा बढ़ने पर एंबुलेंस में कराए जाने हेतु इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन ( EMT) को पूर्व से प्रशिक्षित किया गया है।
ईएमटी हरि कृष्ण कुमार ने कराया प्रसव
कुछ ऐसा ही मामला कासिमाबाद क्षेत्र में शनिवार को भटवालिया गांव की प्रसूता के साथ देखने को मिला है। 102 पर फोन करने के बाद एम्बुलेंस UP32, EG-5023 बताए गए लोकेशन पर पहुंची और जब मरीज को स्वास्थ्य केंद्र के लिए लेकर चली तभी अचानक रास्ते में ही प्रसूता की प्रसव पीड़ा बढ़ जाने के कारण एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव करना पड़ा।
ब्लॉक प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि भटवालिया ग्राम से 102 एंबुलेंस के लिए कॉल आया और बताया गया कि पूनम देवी पत्नी सौरव गोंड भटवालिया ग्राम सभा की निवासी हैं। जो बच्चे को जन्म देने वाली है। इसकी जानकारी होते ही पायलट रामप्यारे यादव तैनात ई एम टी हरि कृष्ण कुमार मौके के लिए रवाना हुए। करीब 10 मिनट में उनके गांव पहुंचे और जब वह गर्भवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद लेकर चले, तभी रास्ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ जाने के कारण ई एम टी हरि कृष्ण कुमार के द्वारा एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव करना पड़ा। जिसके बाद नवजात शिशु और उसकी मां को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद ले जाया गया। जहां पर डॉक्टर ने जच्चा और बच्चा दोनों को ही स्वस्थ पााया।
परिवार के लोगों में खुशी
एम्बुलेंस के अंदर प्रसव हो जाने पर पहले तो परिवार वाले काफी भयभीत नजर आए। लेकिन जब वह कासिमाबाद अस्पताल पर पहुंचे तो वहां पर डॉक्टर ने जच्चा और बच्चा दोनों को देखा और दोनों को ही स्वस्थ होना बताया। जिसके बाद परिजनों में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी। परिजनों ने आशा और ई एम टी पायलट को धन्यवाद दिया है।