कोहरे से राहत के आसार नहीं, ग़ाज़ीपुर में यलो अलर्ट; कई जिलों में जारी हुआ रेड अलर्ट
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. उत्तर प्रदेश में आगामी 2-3 दिनों के दौरान घने से अत्यधिक घने कोहरे का दौर जारी रहने वाला है। इसके साथ ही इस साल के आखिरी और नए साल के आरम्भ में प्रदेश में बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक 28 दिसंबर सुबह 8:30 बजे से 29 दिसंबर सुबह 8:30 बजे के बीच प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा पड़ने को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव और लखनऊ में घना कोहरा पड़ने की उम्मीद है। यहां रेड अलर्ट जारी है।
इसके साथ ही रायबरेली, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुर, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा और आगरा जिले भी घना कोहरा पड़ सकता है। इसके अलावा फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाकों में घना कुहरा होने की संभावना है। इन सभी जिलों में घना कोहरा पड़ने के चलते रेड अलर्ट जारी है।
कौशाम्बी, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में घना कोहरा पड़ने की संभावना है। अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और आसपास इलाकों में घना कुहरा होने की उम्मीद है। इन जिलों में ऑरेंज और मऊ, गोंडा, प्रयागराज, प्रतापगढ़, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, बलरामपुर, श्रावस्ती, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर और उसके आसपास के इलाकों में कुहरा पड़ने की संभावनाओं के चलते यलो अलर्ट जारी है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 2-3 दिनों के दौरान सतही स्तर हवाओं की गति अत्यधिक कम होने के कारण संवहनी घने से अत्यधिक घने कोहरे का दौर आगे भी जारी रहने वाला है। इसके कारण कहीं कहीं दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो जाने की संभावना है। दिन चढ़ने के साथ धीरे-धीरे इसमें सुधार आने की संभावना है। 29 दिसंबर से पुनः पुरवा का प्रभाव आने से तापमान में आने वाली गिरावट थम जाने एवं कोहरे के घनत्व में आंशिक कमी आने की संभावना है।
अतुल कुमार सिंह ने यह भी बताया कि इस वर्ष के अन्तिम दिन और नव वर्ष के आरम्भिक 2 दिनों के दौरान प्रदेश के दक्षिणी भाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी के साथ हल्की बारिश होने की भी सम्भावना है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वी अग्रसरण के साथ ही 23 दिसंबर की सुबह से प्रदेश में कहीं-कहीं घने से अत्यधिक घने कोहरे का दौर शुरू हो गया था। अनुकूल परिस्थितियों के फलस्वरुप इसके क्षेत्रफल व घनत्व में उत्तरोत्तर वृद्धि होती चली गई। जिसके कारण बुधवार सुबह लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, आगरा एवं प्रयागराज में न्यूनतम दृश्यता शून्य हो गई थी।
अयोध्या, फतेहपुर, उरई और शाहजहांपुर में 10 मीटर, बरेली में 15 मीटर होने के साथ ही फुर्सतगंज, बस्ती व अलीगढ़ में 20 मीटर न्यूनतम दृश्यता के साथ अत्यधिक घने कोहरे की स्थितियाँ जबकि बाराबंकी, हरदोई, खीरी, मेरठ, गोरखपुर, इटावा, बांदा एवं कुशीनगर में 50-150 मीटर की न्यूनतम दृश्यता के परिणामस्वरूप घने कोहरे की स्थितियां परिलक्षित हुईं।