ग़ाज़ीपुर हमीद सेतु से रात में ओवरलोड वाहनों का संचालन, पुलिस की मिलीभगत का लोगों ने लगाया आरोप
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के तमाम प्रयासों के बावजूद हमीद सेतु से ओवर लोडेड भारी वाहनों का आवागमन पुलिस की मिली भगत से बेधड़क रात के अंधेरे में बदस्तूर जारी है। पुलिस को न तो सीसीटीवी कैमरे का, न ही आलाधिकारियों के कार्रवाई का खौफ है। इसके कारण सेतु के टाप फ्लोर की उपरी सतह जो कांक्रीट की है। वह टूटने लगी है। मुख्य एप्रोच के ज्वांटर के समीप इन वाहनों के दबाव से गड्ढा होने लगा है।
लोगों ने कहा कि यही हालात रही तो भविष्य में सेतु को क्षतिग्रस्त होने से रोका नहीं जा सकता है। मालूम हो कि सेतु की कमजोर हालात को देखते हुए डीएम के निर्देश पर एनएचएआई ने दोनों तरफ लोहे का हाइटगेज वैरियर व सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गये थे। जो पूरी तरह से शोपीश साबित हो रहे है।
लोगों ने मांग किया कि अगर इन ओवरलोड वाहनों का संचालन सेतु से बंद नहीं किया, तो लोग सड़क पर उतरने को विवश होगें। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। क्षेत्रीय लोगों ने बताया पुल से होकर गुजरने वाले सभी तरह के भारी वाहनों को पुलिस पुल से काफी दूर सीमावर्ती थाने के समीप सड़क किनारे बिहार व जमानियां की तरफ उनका मूवमेंट करा खड़ा करवाती है। ताकि लोगों व पुलिस के आलाधिकारियों को यह अंदाजा न होने पाए कि ये वाहन किधर को जायेगें।
रात्रि 10 बजते ही इसमें संलिप्त कर्मी व अन्य बिचौलिए पूरी तरह सक्रिय हो उठते है। सबसे पहले हमीद सेतु के दोनों तरफ सुहवल, रजागंज, सुखदेवपुर लोकेशन सही मिलते ही धीरे-धीरे ये ओवरलोड वाहन पुल पर बेखौफ फर्राटा भरते हुए गुजरते है। इसके पहले यह सेतु ओवरलोड वाहनों के चलते आधा दर्जन बार क्षतिग्रस्त होने से आवागमन के लिए महीनों बंद किया जा चुका है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण वाराणसी के पीडी आरएस यादव ने बताया कि ओवरलोड वाहनों से सेतु को नुकसान पहुंच सकता है। इसको लेकर वह खुद डीएम से मिलेगें। वहीं एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि इसकी जांच कर सम्बन्धित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।