देख रहा है बिनोद! तत्काल रेल टिकट उड़ा ले रहे अवैध कारोबारी, छठ के बाद मुश्किल हुई पूर्वांचल और बिहार के यात्रियों की वापसी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. दिल्ली, पंजाब, मुंबई और गुजरात जाने वाले पूर्वांचल और बिहार के लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। गोरखधाम, वैशाली, कुशीनगर और गोरखपुर-एलटीटी आदि महत्वपूर्ण एक्सप्रेस का तत्काल कोटे का 40 प्रतिशत आरक्षित टिकट ट्रेन छूटने के 24 घंटे पहले महज एक मिनट में ही बुक हो जा रहे। शेष जनरल कोटे के 50 प्रतिशत आरक्षित टिकट पहले से ही बुक हैं।
दस प्रतिशत रेलवे प्रशासन हेडक्वार्टर कोटा से जारी कर रहा है। स्थिति यह है कि वेटिंग टिकट के लिए मारामारी मची है। कई ट्रेनों में वेटिंग टिकट भी नहीं मिल रहा। टिकटों की बुकिंग भी बंद (नो रूम) है। छठ पर्व बाद वापसी मुश्किल हो गई है।
गोरखपुर से बनकर चलने वाली लंबी दूरी की अधिकतर ट्रेनों में सामान्यत: 22 कोच लगते हैं। इनमें लगभग 1600 यात्री आवागमन करते हैं। जिसमें करीब 14 सौ आरक्षित बर्थ होते हैं। इन बर्थों का तत्काल 40 प्रतिशत यानी करीब 560 बर्थ में से सिर्फ एक कन्फर्म टिकट रेलवे के काउंटर से बुक हो पा रहा। 569 बर्थों की बुकिंग अवैध कारोबारियों के हाथ हो रही है।
रेलवे के काउंटरों पर बैठे रेलकर्मी जबतक एक कन्फर्म तत्काल टिकट बुक कर रहे हैं, तब तक शहर, कस्बा और गांवों में बैठे अवैध कारोबारी सभी कन्फर्म टिकट बुक कर मुंहमांगा दाम पर बेच रहे हैं। गोरखपुर स्थित आरक्षण काउंटरों पर ही दिल्ली और मुंबई जाने वाली प्रमुख ट्रेनों का महज एक ही तत्काल कन्फर्म टिकट बुक हो पा रहा। तत्काल कोटे के बुकिंग की व्यवस्था पूरी तरह धड़ाम हो गई है। रेलवे के खातों में तो पूरा किराया पहुंच जा रहा, लेकिन आम यात्रियों को एक टिकट का दोगुना किराया देना पड़ जा रहा है।
तत्काल टिकट के बारे में यह भी जानें
ट्रेन छूटने के 24 घंटे पहले शुरू होती है तत्काल की बुकिंग
सुबह दस बजे शुरू होती है एसी क्लास के टिकटों की बुकिंग
सुबह 11 बजे शुरू होती है स्लीपर क्लास के टिकटों की बुकिंग