बलात्कारी बाहुबली को सजा आज, कल गाने वाली से रेप में पाए गए थे दोषी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. बाहुबली विजय मिश्र को MP-MLA कोर्ट ने सिंगर से रेप के मामले में दोषी माना है। उसे आज यानी शनिवार को सजा सुनाई जाएगी। हालांकि सिंगर ने रेप का आरोप विजय मिश्रा के बेटे विष्णु मिश्रा और नाती ज्योति उर्फ विकास मिश्रा पर भी लगाया था। लेकिन कोर्ट ने दोनों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य न होने के कारण बरी कर दिया है। विजय मिश्रा यूपी के भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट से 4 बार विधायक रह चुका है।
फिलहाल वह आगरा की जेल में, तो उसका बेटा विष्णु लखीमपुर खीरी की जेल में बंद है। इस मामले में बरी होने के बाद भी विष्णु जेल में ही रहेगा, क्योंकि उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का भी केस चल रहा है। पिछले साल उसके कई ठिकानों से पुलिस और क्राइम ब्रांच ने AK-47 समेत कई हथियारों का जखीरा बरामद किया था।
पहले बात बलात्कारी बाहुबली विजय मिश्रा की...
वाराणसी से 50 किमी दूर है भदोही जिला है। यहां की ज्ञानपुर सीट से 2002, 2007 और 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े 68 साल के बाहुबली विजय मिश्रा। उसे पूर्वांचल का बाहुबली माना जाता है। उसका रसूख इतना है कि जब 2017 में सपा ने बाहुबली विरोधी छवि को मजबूत करने के लिए उसका टिकट काटा, तो उसने निषाद पार्टी से चुनाव विधानसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भी जीत दर्ज कर चौथी बार विधायक बना।
2021 में उसे रेप और अन्य आपराधिक मामलों में मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया। फिर 2022 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निषाद पार्टी ने भी उसे पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद 2023 का चुनाव विजय मिश्रा ने जेल रहकर प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के टिकट पर लड़ा और हार गया। सपा संरक्षक रहे मुलायम सिंह यादव, कांग्रेस में राजीव गांधी और बसपा मुखिया मायावती के करीबी होने के बावजूद सभी पार्टियों ने विजय मिश्रा से किनारा कर लिया।ये वाकया 2014 का है।
वाराणसी के जैतपुरा की रहने वाली पेशे से गायिका ने विजय मिश्रा पर आरोप लगाया। उसने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान एक कार्यक्रम में मुझे विधायक की तरफ से परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था। जहां स्टेज पर जाने से पहले जब मैं कपड़े बदल रही थी। उसी समय विधायक कमरे में घुस आए और धमका कर मेरे साथ रेप किया। कमरे में रखे असलहे दिखाकर धमकी दी कि मुंह खोलोगी तो अंजाम बुरा होगा।इसके बाद विधायक ने अपने बेटे विष्णु और पोते विकास को बुलाकर उसे वाराणसी छोड़ने के लिए कहा तो उन दोनों ने भी मेरे साथ रेप किया।
फिर 2015 में प्रयागराज के अल्लापुर में अपने घर बुलाकर दरिंदगी की। नौकरी दिलाने का भरोसा देकर होटल में बुलाकर भी विधायक ने कई बार शारीरिक शोषण किया।इन सबसे तंग आकर मैं 2016 में मुंबई चली गई। मगर, विधायक लगातार वीडियो कॉल कर अश्लील हरकतें करता रहा। लेकिन मैं ये सब सहती रही। आखिरकार इन सबसे थक हारकर 18 अक्टूबर 2020 को भदोही के गोपीगंज थाने में आकर विधायक, उसके बेटे विष्णु और नाती पर गैंगरेप का केस दर्ज कराया।
तहरीर में उसने बताया कि बाहुबली विधायक विजय मिश्र के इशारे पर उसके गुर्गे और पुलिस उसके परिवार के लोगों को बहुत परेशान कर रहे हैं। 18 अक्टूबर 2020 को दर्ज हुई थी FIRपीड़िता ने केस दर्ज कराने के 10 महीने बाद एक वीडियो पोस्ट किया। जिसमें उसने आरोप लगाया था कि बाहुबली विधायक विजय मिश्र के इशारे पर उसके गुर्गे और पुलिस उसके परिवार के लोगों को बहुत परेशान कर रहे हैं।
बाहुबली MLA विजय मिश्र और उसके बेटे विष्णु समेत 3 के खिलाफ FIR दर्ज कराए 10 महीने बीत गए। मगर मुकदमे से संबंधित चार्जशीट अदालत में पुलिस ने नहीं दाखिल की।उसके गुर्गे विधायक पर FIR वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। इसके साथ ही उसने कहा कि विधायक के गुर्गे लगातार उसके परिजनों को टॉर्चर कर रहे हैं। यही नहीं, उसके भाई पर झूठी रेप की FIR भी महाराष्ट्र में दर्ज करा दी गई है। हालांकि वीडियो जारी होने के बाद पुलिस हरकत में आई थी।
जिसके बाद विजय मिश्रा की गिरफ्तारी हुई थी। तब से वह आगरा की जेल में बंद है।नंद गोपाल नंदी पर हमले में भी रहा है नामजदविजय मिश्रा पर लगे कई आपराधिक मुकदमों में 2010 में बसपा सरकार में नंद कुमार नंदी पर हुआ जानलेवा हमला भी प्रमुख है। 12 जुलाई, 2010 को इलाहाबाद में एक बम विस्फोट में नंद गोपाल गुप्ता नंदी के एक सुरक्षाकर्मी और इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्टर विजय प्रताप सिंह सहित 2 लोग मारे गए थे।
नंदी इस हमले गंभीर रूप से घायल हुए थे लेकिन जान बच गई थी। इस मामले में विजय मिश्रा नामजद था, 2012 के चुनाव से ठीक पहले उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। तब जेल में रहते हुए सपा के टिकट पर विजय मिश्रा ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी।बाहुबली पूर्व विधायक विजय मिश्रा के बेटे विष्णु का भी क्रिमिनल रिकॉर्ड है। पिछले साल उसके पेट्रोल पंप से हथियारों का जखीरा मिला था। क्राइम ब्रांच ने बंद पड़े पंप से AK-47, 4 मैगजीन और 375 कारतूस बरामद किए थे।
विजय मिश्रा के बेटे विष्णु को क्राइम ब्रांच ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। उसके बाद पुलिस विष्णु को साथ लेकर गोपीगंज थाने के अमवा में पेट्रोल पंप पहुंची थी। वहां जांच के दौरान एक बक्से में हथियार मिले।भदोही के तत्कालीन SP डॉ. अनिल कुमार ने मुताबिक, विष्णु मिश्रा को 24 जुलाई को STF ने पुणे से गिरफ्तार किया था।
उसकी निशानदेही पर पेट्रोल पंप से एक AK-47 राइफल, 4 AK-47 राइफल की मैगजीन, 375 AK-47 के कारतूस के अलावा एक 9mm पिस्टल, उसकी 1 मैगजीन, 9 कारतूस बरामद की हैं। इन सबको जब्त कर लिया गया। हथियारों के सोर्स का पता लगाया जाएगा। इस मामले में कोर्ट में पेशी के बाद विष्णु को लखीमपुर खीरी की जेल में भेज दिया गया।