लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट एक्सप्रेस से उठा धुंआ, रोकी गई ट्रेन
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. मिर्जापुर में लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट ट्रेन के इंजन से सटे जनरल कोच से अचानक से धुआं निकलने लगा। जनरल कोच से धुआं निकलने के बाद मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोककर अग्निरोधी यंत्र से धुंए पर काबू पाया गया। आग लगने की सुचना के बाद ट्रेन को 19 मिनट तक स्टेशन पर ही रुकी रही। जांच के बाद ट्रेन आगे रवाना हुई। आग को देखकर यात्री सहम गए है।
वाराणसी जिले के बनारस स्टेशन से चलने वाली लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट एक्सप्रेस के इंजन से सटे जनरल कोच के पहिया से धुंआ निकलने लगा। हालांकि ट्रेन में बैठे किसी को भी इस बात की भनक नहीं लगी। ट्रेन जब मिर्जापुर जिले के जरगो नदी पुल के पास पहुंची तो वहां काम कर रहे इंजीनियरिंग स्टाफ ने चुनार के स्टेशन मास्टर को इसकी सूचना दी। वॉकी-टॉकी से चालक को सूचना मिलने के बाद 11 बजकर 50 मिनट पर चुनार स्टेशन के प्लेटफॉर्म तीन पर ट्रेन को रोका गया। ट्रेन को रोककर अग्निरोधी यंत्र से उस पर काबू पाया गया। जांच में सामने आया कि ब्रेक बाइंडिंग के कारण पहिया से धुआं निकलने लगा था।
धुआं निकलता देख सहम गए यात्री
चुनार रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर ट्रेन रोके जाने के बाद धुआं निकलता देखकर यात्री सहम गए। हादसे के डर से यात्री कोच से बाहर उतर गए। सूचना के बाद आरपीएफ प्रभारी सालिक और अन्य स्टाफ पहुंच गए। ट्रेन के चालक ने खुद अग्निरोधी यंत्र से आग को बुझाया। कोच को आइसुलेट करने के बाद फिट किया गया। 19 मिनट बाद ट्रेन दोबारा रवाना हुई। ट्रेन में सवार यात्री युग ने बताया कि हम चार लोग वाराणसी से मुंबई जा रहे है। चुनार रेलवे स्टेशन से पहले कोच से आवाज आई और फिर धुंआ निकलने लगा। हम लोगों को काफी पहले पता था। चुनार में ट्रेन को रोककर धुंआ को शांत कराया गया है।
ब्रेक बाइंडिंग की वजह से धुएं की आती है महक
उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि कई बार होता है कि ब्रेक बाइंडिंग से धुएं की बदबू आती है। ऐसे में यह घबराने वाली बात नहीं होती है। यात्रियों को असहजता महसूस होती है तो ट्रेन को रोककर बारीकी से जांच किया जाता है। सबकुछ सही मिलने के बाद ही पुनः ट्रेन रवाना किया जाता है।