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जॉब दिलाने के बहाने सहेली ने सहेली को 63 हजार में बेचा, ऐसे बाल-बाल बची

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां सहेली ने ही अपनी सहेली का सौदा कर उसे 63000 में बेच दिया। राहगीरों की मदद से पुलिस ने युवती को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

पिता से विवाद होने के बाद एक युवती अपनी मां सहित अपनी छोटी बहन के साथ पादरी बाजार में किराए के मकान में रह रही थी। उसे मंगलवार की शाम कुछ युवक चार पहिया वाहन में जबरन बिठाकर बरेली ले जा रहे थे। बेतियाहाता के पास राहगीरों को शक होने पर जब गाड़ी रोकी गई तो माजरा सामने आया। राहगीरों ने कैंट पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया और चारों को पूछताछ के लिए कैंट थाने ले आई।

पीड़िता और चारों आरोपियों से पूछताछ में जो मामला सामने आया उसे जानकर सब हैरान रह गए। पूछताछ में पीड़ित युवती ने बताया कि कुछ साल पहले मेरी मां का पिता से विवाद हो गया था। उसके बाद मैं मां और छोटी बहन के साथ पादरी बाजार में किराए के मकान में रहने लगी। घर चलाने के लिए मुझे नौकरी की तलाश थी। इसी बीच मेरी जान-पहचान भटहट की रहने वाली प्रियंका से हुई। प्रियंका ने उसे नौकरी दिलाने का वादा किया। मंगलवार की सुबह उसका फोन आया कि तुम भटहट चली आओ तुम्हारे लिए काम मिल गया है।

पीड़‍िता ने आगे बताया कि बातचीत होने के बाद शाम को जब मैं घर के लिए वापस लौटने लगी तो उसने एक गाड़ी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि तुम इस गाड़ी में बैठ जाओ। ये लोग असुरन की तरफ ही जाएंगे और तुम्हें रास्ते में छोड़ देंगे। प्रियंका की बातों में आकर वह गाड़ी में बैठ गई, लेकिन जब गाड़ी असुरन पर पहुंची और स्लो नहीं हुई तो उसने शोर मचाना शुरू किया, इस दौरान चारों ने उसे डरा धमका कर चुप कर दिया। लेकिन गाड़ी जैसे ही बेतियाहाता पहुंची और ट्रैफिक के कारण स्लो हुई तो मैंने फिर शोर मचाना शुरू किया, हालांकि मेरी आवाज बाहर नहीं जा पा रही थी, लेकिन गाड़ी स्लो होने की वजह से राहगीरों को मेरी गतिविधियां दिखीं तो उन्हें शक हुआ और गाड़ी को रोका। मैंने उन्हें अपनी आप बीती बताई। राहगीरों ने कैंट थाने को सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंचकर सभी को थाने ले आई।

सीओ कैंट मानुस पारीक ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में बरेली के सरोला मुगलपुरा का रहने वाला राजकुमार, उसका फूफा धर्मपाल, साथी प्रशांत दीप और चालक सोनू शामिल है। पकड़ी गई गाड़ी का नंबर भी ज्योतिबा फुले नगर का है। पूछताछ में उन्होंने बताया है कि राजकुमार ने अपने मित्र प्रशांतदीप से शादी कराने के लिए संपर्क किया था। प्रशांतदीप ने अपने रिश्तेदार सूरज से राजकुमार की शादी कराने के लिए कोई लड़की बताने की बात कही थी। सूरज और प्रियंका एक दूसरे को जानते थे। प्रियंका ने सूरज को इस युवती के बारे में बताया और प्लान के तहत उसे भटहट बुलाकर इन लोगों के हवाले कर दिया। यह सौदा 63000 में तय हुआ था। चारों से पूछताछ जारी है, इस प्लान के मास्टरमाइंड सूरज और प्रियंका की भी तलाश की जा रही है। फिलहाल पूछताछ जारी है। युवती की तहरीर के आधार पर सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।
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