“मैं दोस्त की पत्नी सुमन भाभी से बहुत प्यार करता था…वो टोकता था”...मर्डर करने के बाद परिवार का दिया साथ
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. ''वो मेरा पक्का दोस्त था। मेरा घर उसका घर था और उसके घर को मैं भी अपने घर जैसा ही समझता था। उसकी पत्नी मुझे बहुत अच्छी लगती थी। मैं उसे प्यार करने लगा था। हमारी बातचीत होती, तो मैं इजहार करने की कोशिश भी करता था। यह बात मेरे दोस्त को पता चल गई थी। वो मुझे टोकने लगा। यह मुझे खराब लगने लगा था। बस इसलिए ही मैंने उसे मार डाला।'' ऐसा पुलिस कस्टडी में अपनी दोस्त की हत्या करने वाले युवक ने कबूल किया है।
दोस्त की हत्या करने के बाद आरोपी उसकी डेडबॉडी के पास खड़े होकर रोता दिखाई दिया। पुलिस की जांच में साथ देता रहा। यही नहीं, अंतिम संस्कार से लेकर दोस्त के परिवार वालों को ढांढस बंधाने तक दिखाई दिया। मामला मिर्जापुर के कछवां थाना क्षेत्र का है।
एक युवक की हत्या के बाद पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक उसका दोस्त है।एक नजर पूरे मामले पर4 नवंबर को कछवां थाना क्षेत्र के जमुआ बाजार में रात के करीब 8 बजे राजा पटेल (35) का गला रेत दिया गया। चाकू से उसके ऊपर हमला किया गया। आनन-फानन में राजा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से वाराणसी रेफर कर दिया गया। रात को ही राजा पटेल की ट्रॉमा सेंटर में मौत हो गई।राजा पेशे से अंडा विक्रेता था।
उसके ऊपर उस समय हमला किया गया था, जब वह बाजार से अंडे का ठेला लेकर घर लौट रहा था। सूचना पाकर मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया। अपर पुलिस अधीक्षक सिटी नितेश सिंह, सीओ सदर शैलेंद्र त्रिपाठी, थानाध्यक्ष रविंद्र भूषण मौर्य और SOG टीम ने जांच पड़ताल शुरू की। वहीं, राजा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।राजा की हत्या के लिए तीन टीमों का गठन किया गया। इसमें सबसे अहम भूमिका सर्विलांस टीम की रही।
पुलिस ने जमुआ गांव में मुखबिरों के नेटवर्क को एक्टिव किया। इसके बाद पुलिस ने एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए राजा मर्डर केस का खुलासा किया।पत्नी ने दी थी पुलिस को तहरीरजमुआ गांव के रहने वाले धीन पटेल के बेटे राजा पटेल की हत्या के बाद रोती-बिलखती पत्नी सुमन देवी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पति की हत्या की तहरीर दी। सुमन ने पुलिस को बताया, ''मेरे पति चार भाई हैं। वो अपने घर के सबसे छोटे बेटे हैं। अंडे का ठेला लगाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। आयुष एगरोल चाट के नाम से वो ठेला लगाते थे। हमारे दो बच्चे हैं। जिनमें 5 साल का लड़का है और 3 साल की लड़की है। हमारे पति के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
''राजा के जीजा ने कहा, ''मेरा साला बहुत सीधा था। उसकी गला काटकर हत्या कर दी गई। वह रोज 10 बजे के करीब अपनी दुकान बढ़ाकर घर आता था। लेकिन पता नहीं कैसे उस दिन 8 बजे वापस आ रहा था। घर से करीब 300 मीटर दूर सड़क पर उसकी हत्या की गई।''तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मर्डर का केस फाइल किया था। इसके बाद राजा के परिजनों के अलावा गांव के लोगों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान ओंकार नाम का शख्स लगातार पुलिस के साथ तफ्तीश के दौरान मौजूद रहा।
ओंकार राजा के परिजनों को ढांढस बंधाता दिखाई देता, तो कभी उसके बच्चों को गोद में लेकर पिता बनने की बात कहता सुनाई देता रहा।अस्पताल ले गया, पोस्टमॉर्टम के बाद करवाया दाह संस्कार भीपूछताछ के क्रम में पुलिस को पता चला कि राजा का सबसे करीबी दोस्त उसी के गांव में रहने वाला राजबली पटेल का 23 साल का बेटा ओंकार पटेल है। राजा पर हमले के बाद उसे हॉस्पिटल ले जाने वाला भी वही था। यहां तक कि पोस्टमॉर्टम के बाद दाह संस्कार तक में शामिल रहा।
ओंकार की इस एक्टिविटी के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। वहीं, राजा के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली। इसमें अंतिम कॉल लॉग में ओंकार का ही नंबर था। इसके बाद पुलिस ने बाजार में लोगों से पूछताछ की, तो पता चला कि ओंकार शाम को करीब 6.30 बजे राजा के ठेले के पास गया था। वो वहां काफी देर तक रुका। इस दौरान दोनों के बीच कुछ कहासुनी भी हुई थी। बस पुलिस का शक और गहरा गया। इसके बाद पुलिस ने ओंकार और उसके दो साथियों को डिटेन कर लिया। ''मैं सुमन भाभी को बहुत प्यार करता था'' पुलिस की पूछताछ के दौरान पहले तो ओंकार कहानी बताता रहा।
लेकिन जब पुलिस ने कॉल डिटेल और अन्य बातों का हवाला देते हुए ओंकार से कड़ाई से पूछताछ की, तब वह टूट गया। बकौल पुलिस ओंकार ने कहा, ''हां मैंने ही राजा की हत्या की है। मैं सुमन भाभी से बहुत प्यार करता था। वो मुझसे प्यार करती थी या नहीं, यह मैं नहीं जानता था। लेकिन मैं जब भी राजा के घर जाता था, तो उनसे बात होती थी। वो मुझसे अच्छे से बात करती थी। मैं अपनी सभी तकलीफें उनसे बताता था। सुमन का फोन नंबर मेरे पास था, तो अक्सर फोन से भी बात हो जाती थी।
सुमन भाभी |
''ओंकार ने कहा, ''मैंने यह बात अपने कुछ दोस्तों को बताई थी कि मैं सुमन को चाहता हूं। पता नहीं उसे कैसे पता चल गया। कुछ दिन पहले राजा ने मुझे सुमन से बात करते हुए देख लिया था। इसके बाद मेरी उसके साथ कहासुनी हो गई थी। मैंने उसे रास्ते से हटाने का ठान लिया था।''पहले बैट से की पिटाई, फिर रेत दिया गलाओंकार ने कहा, ''राजा को रास्ते से हटाने के लिए मैंने राहुल और अजय से बात की। दोनों को कहा कि मेरी लाइफ सेट करा दो। मैं सुमन के बिना नहीं रह सकता।
इसके बाद 4 तारीख की शाम को मैंने ओंकार को फोन किया। उसने मुझे दुकान पर बुलाया। वहां हमारी कहासुनी हुई, इसके बाद मैंने उसे कहा कि मैं सुमन के पास जा रहा हूं रोक सको, तो रोक लो। फिर वो ठेला लेकर घर की तरफ दौड़ पड़ा। इसी दौरान रास्ते में राहुल-अजय और मैंने मिलकर पहले उसकी बैट से पिटाई की। इस दौरान एक बैट टूट गया।
इसके बाद उसका गला रेत दिया। वो तड़पने लगा। इस दौरान हम उसका मुंह दबाए रहे। फिर जब वह बेहोश हो गया, तो मुझे लगा मर गया है। तभी मैं राजा के घर गया और पूरी बात बताई। इसके बाद राजा को हॉस्पिटल ले गया।''एसपी सिटी नितीश सिंह ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए कहा कि तीनों आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू, एक बैट, टूटे हुए बैट का हत्था और मोटर साइकिल की बरामदगी की गई है। तीनों ने राजा की हत्या की बात कबूल कर ली है। मामले का खुलासा थाना कछवां के प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र भूषण मौर्य की टीम और SOG प्रभारी निरीक्षक माधव सिंह की टीम ने संयुक्त रूप से किया है।