ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के लिए जमीन देने वाले ग़ाज़ीपुर के किसानों की बल्ले-बल्ले, मुआवजे में मिले इतने करोड़ रुपये
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से बलिया व बक्सर को जोड़ने वाले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के लिए जमीन देने वाले किसानों की बल्ले-बल्ले रही है। इस परियोजना में अब तक सात हजार किसानों को करीब 750 करोड़ का मुआवजा बंट चुका है।
यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे जनपद के करीमुद्दीनपुर स्टेशन के उस पार से दो रूट में जाएगा। एक बक्सर और दूसरा बलिया को जोड़ेगा। परियोजना के लिए जनपद में 8456 किसानों की जमीन के बैनामे हुए थे। इन्हें करीब साढ़े 850 करोड़ का मुआवजा वितरण होना था। इसमें 7000 किसानों को करीब 750 करोड़ बंट चुका है।
अभी करीब डेढ़ हजार किसानों का करीब 55 करोड़ का मुआवजा बंटना है। यह मुआवजा किसानों के भुगतान को लेकर लगी आपत्तियों या कोर्ट में विवाद के कारण अटका है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बाद इतना मुआवजा जनपद के किसानों को मिला है।
खरीददार बढ़ने से जमीनों के बढ़े रेट
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का मुआवजा मिलने के बाद किसान उस पैसे को जमीन में ही लगाना चाहते हैं, ताकि कम हुई जमीन की भरपाई हो सके। इसके लिए करइल में जमीन खरीदारों की संख्या बढ़ गई है। अधिक खरीददार होने के कारण जमीन का दाम आसमान छू रहा है। पहले जो जमीन दस लाख रुपये में मिलती थी अब वह 20 से 25 लाख हो गई है। जमीन भी नहीं मिल रही है। किसान अपना पैसा जमीन में ही इन्वेस्ट करना चाहते हैं।