Today Breaking News

अब मुख्तार अंसारी के करीबी जमाल की तलाश कर रही गाजीपुर पुलिस, जानिए पूरा मामला

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. फर्जी तरीके से गलत शैक्षणिक प्रमाण पत्र लगाकर मदरसे में सहायक टीचर बनी बहादुरगंज की पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष निकहत परवीन को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अब इस मामले में जांच के दौरान कई अन्य नाम भी सामने आए हैं। इनमें से एक परवेज जमाल का है। 

परवेज जमाल किसी दौर में गाजीपुर बीएसए कार्यालय में काम करता था। वर्तमान में संयुक्त निदेशक कार्यालय वाराणसी में कार्यरत है। पुलिस परवेज की तलाश रही है, लेकिन परवेज के साथ उसके सभी घरवाले फरार हैं। वह विगत कई दिनों से अपने कार्यस्थल पर भी नहीं देखा जा रहा है। परवेज के रिश्ते माफिया मुख्तार अंसारी से भी बताए जा रहे हैं।

परिवार के साथ फरार हुआ जमाल

निकहत की फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर नियुक्ति में बेसिक कार्यालय के तत्कालीन कर्मचारी परवेज जमाल की भूमिका भी संदिग्ध मिली है। पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जमाल भी सुनियोजित तरीके से फर्जी मार्कशीट के आधार पर निकहत परवीन की नियुक्ति करने की साजिश में शामिल था। अब इसी बिनाह पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के साथ पुलिस परवेज की तलाश में जुट गई है। इस बात की भनक लगते ही जमाल घरवालों के साथ घर से फरार है। वर्तमान में उसके घर में ताला बंद है। कई दिनों से उसके घर पहुंच रही पुलिस को उसके घर पर बंद ताला हो देखने को मिल रहा है। जेडी माध्यमिक विद्यालय में बाबू के पद पर वाराणसी में तैनात परवेज पिछले चार-पांच दिनों से बिना किसी पूर्व सूचना के ही कार्यालय नहीं आ रहा है।

बीजेपी सरकार बनते ही शुरू हुई कार्रवाई

बहादुरगंज कस्बे के रहने वाले परवेज जमाल की नियुक्ति बेसिक शिक्षा विभाग में उर्दू अनुवादक के तौर पर हुई थी, लेकिन वह अपने रसूख का इस्तेमाल कर मान्यता देने वाले पटेल पर काम करने लगा। इसके साथ ही वह विभाग की ओर से कोर्ट में विचाराधीन मामलों को भी देखता था। परवेज के खिलाफ गाजीपुर बीएसए कार्यालय में कार्य करने के दौरान कई शिकायत संबंधित अधिकारियों को मिली, लेकिन अपने रसूख के कारण सभी जांच से बचता रहा। वह लंबे समय तक गाजीपुर में कार्यरत रहा। बीजेपी सरकार आने के बाद 2022 में लंबे समय से एक ही स्थान पर काम करने के बिनाह पर उसका तबादला जेडी कार्यालय वाराणसी कर दिया गया।

इनकी भी हो सकती है गिरफ्तारी

सीओ बलराम के अनुसार, जांच में फर्जी मार्कशीट प्रकरण में कुछ अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके गिरफ्तारी के लिए दबिश जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फर्जी अंकपत्र के आधार पर शिक्षक बनी बहादुरगंज नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष निकहत को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में विवेचना के दौरान तत्कालीन मदरसा प्रबंधक नजीर के अलावा परवेज के साथ ही रियाज अंसारी का नाम भी सामने आया है।

'