'मंदिर वहीं बनाएंगे...' की तारीख बताने घर-घर जाएगा RSS, 1 से 15 जनवरी तक चलेगा अभियान
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद प्रदेश के घर-घर में मंदिर दर्शन का आमंत्रण लेकर संघ परिवार पहुंचेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इसका जिम्मा खुद संभाल लिया है। संघ की अगुआई में सभी सहयोगी संगठन एक जनवरी से लेकर 15 जनवरी तक आमंत्रण देने का अभियान चलाएंगे। संघ की अवध प्रांत की बैठक में रविवार को सभी सहयोगी संगठनों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई। सीतापुर रोड पर सेंट जोसेफ स्कूल में हुई इस समन्वय बैठक में प्रांत प्रचारक कौशल और राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ़ अनिल मिश्रा ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को भी परखा।
पूजित अक्षत, हल्दी और श्री राम का चित्र देंगे
बैठक में तय किया गया कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाजपा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत संघ के सभी सहयोगी संगठन जुटेंगे। पूरा संघ परिवार हर घर तक जाकर राम मंदिर दर्शन का आमंत्रण देगा। यह अभियान एक जनवरी से 15 जनवरी तक चलाया जाएगा। इसके लिए राम लला के मंदिर में पूजित हल्दी और अक्षत, राम मंदिर का चित्र और आमंत्रण पत्र सबको देंगे। उन्हें राम मंदिर दर्शन का आमंत्रण दिया जाएगा। सभी सहयोगी संगठनों को अलग-अलग जगह की जिम्मेदारी दी जाएगी। दर्शन का विशेष अभियान 26 जनवरी से 22 फरवरी तक चलाया जाएगा।
5 नंवबर को अयोध्या में होगी संचालक बैठक
अभियान को चलाने से पहले पांच नवंबर को अयोध्या में देशभर के करीब 48 सांगठनिक प्रांतों के दो-दो कार्यकर्ता पहुंचेंगे। बैठक की अगुआई संघ के सह सरकार्यवाह भैयाजी जोशी करेंगे। इसमें देशभर के सभी प्रांतों से आए दो-दो कार्यकर्ताओं को पांच किलो अक्षत, हल्दी दी जाएगी। इसे जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक पहुंचाया जाएगा। इसके बाद पोटली बनाकर प्रांतीय स्तर पर अक्षत और हल्दी मिलाकर घर-घर बांटा जाएगा। इसके बाद जिलों से लेकर प्रखंड स्तर तक पहुंचाया जाए और पोटली भी बनाई जाएगी। यह भी तैयारी है कि जिस प्रांत के लोगों को आमंत्रण दिया जाए, वह आमंत्रण पत्र उनकी भाषा में हो।
हर संगठन से मांगे गए अल्पकालिक विस्तारक
सूत्रों का कहना है कि बैठक में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए संघ के सभी सहयोगी संगठनों से कार्यकर्ता भी मांगे गए हैं। कहा गया है कि हर संग़ठन दो महीने, एक महीने और 15 दिन के हिसाब से अलग-अलग अल्पकालिक विस्तारक भेजे। यह कार्यकर्ता राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे। चूंकि 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 10 हजार से ज्यादा विशिष्ट लोग शामिल होंगे। इनमें सभी प्रदेशों से अलग-अलग पंथ के 5000 से ज्यादा साधु संत भी शामिल हैं। यह सभी अयोध्या में रुकेंगे तो उनकी व्यवस्था देखने के लिए सभी संगठनों से कार्यकर्ता मांगे गए हैं। हर संगठन 10-10 कार्यकर्ता भेजेगा, इनमें दो महिलाएं भी शामिल होंगी।
होसबाले ने लिया फीडबैक
सूत्रों का कहना है कि शनिवार को लखनऊ आए सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने प्रदेश के सभी प्रांत और क्षेत्र प्रचारकों के साथ संवाद कर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान की तैयारियों में जुटने को कहा था। उन्होंने सभी प्रांतों से यह फीडबैक भी लिया था कि किस प्रांत से कितने कार्यकर्ता भेजे जा सकते हैं। इसके बाद ही रविवार को अलग-अलग प्रांतों की बैठक हुई। लखनऊ में हुई बैठक में बीजेपी से प्रदेश महामंत्री संजय राय, संघ के प्रचार प्रमुख डॉ.अशोक दुबे के साथ सभी संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। बैठक में सभी संगठनों के कामकाज का ब्योरा भी लिया गया।
मंदिर दर्शन के बहाने क्यों घरों तक पहुंच रहा संघ?
संघ की योजना राम मंदिर दर्शन के बहाने हर घर तक पहुंचने की है। दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले संघ फिर से राम मंदिर से जुड़ी आस्था के बहाने सभी घरों में हिंदू गौरव को जगाना चाहता है। संघ परिवार के कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे घर-घर जाकर लोगों को बताएं कि हमने विरोधियों को राम मंदिर की तारीख बताने के सवाल को खारिज कर दिया है। चूंकि संघ सीधे बीजेपी के लिए काम नहीं करता है तो इस बहाने यह भी बताने की कोशिश होगी कि राम मंदिर के निर्माण का रास्ता केंद्र की मोदी सरकार ने ही साफ किया है। प्राण प्रतिष्ठा के साथ यह कोशिश मोदी सरकार के लिए माहौल बनाने की ही है।
हर गांव में मनेगा उत्सव
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए संघ व विहिप नेताओं ने रविवार को वाराणसी में बैठक कर देश के हर गांव में उत्सव मनाने की रूपरेखा तैयार की। बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय भी शामिल हुए। करीब पांच घंटे तक चली बैठक में तैयार की गई योजना के मुताबिक पूरा देश प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में राममय हो जाएगा। एक से 15 जनवरी तक जिला से लेकर गांव स्तर पर टोली बनाकर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। वे अपने-अपने क्षेत्र के गांवों के साथ ही मठ-मंदिरों में अनुष्ठान का संयोजन करवाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को हर गांव में एलईडी टीवी लगाकर अयोध्या के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा।