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महिला टीचर ने 10वीं के छात्र पर संबंध बनाने का डाला दबाव! स्‍कूल प्रशासन ने शिक्षिका को किया सस्‍पेंड

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. यूपी के कानपुर से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। एक मिशनरी स्कूल की शिक्षिका पर 10वीं क्लास के छात्र से शारीरिक संबंध का दबाव बनाने के आरोप लगे हैं। छात्र के पिता का आरोप है कि शिक्षिका बेटे का ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण कराना चाहती थी। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पैदल मार्च कर जोरदार प्रदर्शन किया। मौके की नजाकत को देखते हुए, भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने शिक्षिका पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। इसके बाद स्‍कूल प्रशासन ने आरोपी शिक्षिका को सस्‍पेंड कर दिया है।

छात्र कैंट के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ता है। उन्नाव निवासी छात्र के पिता का आरोप है कि शिक्षिका रात के समय मोबाइल पर मैसेज करती है। यौन संबंध बनाने का दबाव डालती है। शिक्षिका और छात्र के बीच हुई चैट सोशल मीडिया पर वायरल है। शिक्षिका के पति और भाई भी उसी स्कूल पढ़ाते हैं। कुछ दिनों पहले छात्र के पिता ने बेटे के मोबाइल पर चैट देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद स्कूल जाकर शिक्षिका से बात की तो उसने स्वीकार भी किया था।
एबीवीपी ने की कार्रवाई की मांग
सोमवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। एबीवीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च कर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी को तैनात किया गया था। एबीवीपी के पदाधिकारी गोपाल मिश्रा ने बताया कि हम लोगों ने स्कूल के बच्चे की बुक देखी, तो पाया कि देश के महापुरूषों के चित्रों के सामने क्रॉस के निशान लगे हुए थे। मिशनरी स्कूलों में इस तरह का एजेंडा चलाया जा रहा है जिसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पुलिस को सौंपे चैट और वॉइस रेकॉर्डिंग
छात्र के पिता का कहना है कि प्रिंसिपल ने शिक्षिका के साथ मिलकर कुचक्र रचा है। मैंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की है। पुलिस को शिक्षिका के चैट और वॉइस रेकार्डिंग भी दी है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इससे ज्यादा मजबूत साक्ष्य पुलिस को और क्या दूं। स्कूल प्रशासन पर दबाव पड़ने के बाद उन्होने शिक्षिका को सस्पेंड किया है। इस घटना के बाद छात्र के परिवार में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। छात्र के परिजनों का कहना है कि इस तरहत की करतूत से बेटे की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
किसकी आईडी से हो रही थी चैट
स्कूल के प्रिंसिपल वॉल्टर डिसिल्वा का कहना है कि पुलिस अपना काम कर रही है। हमने अपनी तरफ से शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय जांच भी कराई जा रही है। मुझे इस प्रकरण की जानकारी एक अक्टूबर को हुई है। मैंने पैरेंट्स को समझाया कि इसे आगे मत बढ़ाईए। इसमें क्या सच्चाई है, और क्या झूठ है। इसकी जानकारी मुझे भी नहीं है। शिक्षिका ने बताया कि उनकी इस नाम के व्यक्ति से चैट हुई है, लेकिन उसमें डीपी नहीं थी। आईडी बदल-बदल कर बात कर रहा था, लगभग चार आईडी बदलकर बात करता था।
चार महीने बाद है रिटायमेंट
प्रिंसिपल ने बताया कि हमारी टीचर बीते 37 वर्षों से हिस्ट्री पढ़ा रहीं थीं। कभी भी इस तरह की शिकायत सामने नहीं आई है। उनके रिटायरमेंट के मात्र 4 महीने बचे हुए हैं। उन्होने बताया कि बच्‍चे को चर्च ले जाने के आरोप पूरी तरह से गलत है। चर्च संडे के आलावा खुलता ही नहीं है।
एबीवीपी ने मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
एडीसीपी आकाश पटेल के मुताबिक एबीवीपी ने एक प्रदर्शन किया है। इनके दो से तीन मुद्दे थे, जिसमें एक स्कूल का मामला था। जिसमें एक शिक्षिका पर आरोप लगाए गए हैं। उसकी जांच कराने की मांग थी। दूसरा मामला सेलेबस में महापुरुषों के अंशों को पढ़ाया नहीं जा रहा है, इसकी भी जांच की मांग की है। एबीवीपी ने इस संबंध में ज्ञापन भी दिया है। इसकी जांच कराई जाएगी, जो तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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