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चार्ट बनने के बाद वेटिंग टिकट होने पर भी मिल सकेगी ट्रेन में बर्थ, बस करना करना होगा ये आसान काम

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. रेल यात्री अब ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट के बावजूद कंफर्म टिकट हासिल कर सकेंगे। रेलवे ने ट्रेनों के रिजर्वेशन चार्ट को ऑनलाइन कर दिया है। रेलवे की बेवसाइट पर पहला चार्ट बनने के बाद खाली बर्थ की जानकारी उपलब्ध रहेगी और लोग उसकी ऑनलाइन बुकिंग करा सकेंगे। इसके अलावा रेलवे ने अपनी वेबसाइट पर यात्रियों के लिए कई अन्य सुविधाएं भी शुरू की हैं।

रेल यात्रियों को अब रेलवे की वेबसाइट ‘इंडियन रेलवे पैसेंजर रिजर्वेशन इंक्वायरी’ पर चार्ट (रिवर्जेशन) नाम का नया विकल्प देखने को मिलेगा। इस पर क्लिक करने पर नया पेज खुल जाएगा। इस पर संबंधित ट्रेन के रिजर्वेशन चार्ट की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध होगी। ट्रेन का नंबर, चलने की तारीख, बोर्डिंग स्टेशन और पहला चार्ट बनने के बाद ट्रेन की किस श्रेणी में कितनी बर्थ खाली हैं, इसकी जानकारी ऑनलाइन देखी जा सकेगी। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक यात्री ट्रेन के चलने से चार घंटे पहले पहला चार्ट और 30 मिनट पहले दूसरा चार्ट बनता है। 

इसमें बड़ी संख्या में यात्री अंतिम समय में कंफर्म टिकट रद करते हैं। पहले यह खाली बर्थ टीटीई के पास हैंड हैल्ड टर्मिनल में उपलब्ध होती थी। ऐसे में यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं मिल पाती थी। लेकिन, चार्ट के ऑनलाइन होने के बाद यात्री अपने लैपटॉप और मोबइल पर भी सभी कोच में खाली बर्थ की जानकारी ले सकेंगे। कंनर्फ बर्थ पर यात्री कितनी दूरी तक यात्रा करेगा और यह बर्थ कहां खाली होगी, इसकी जानकारी भी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। इससे यात्रियों को टीटीई के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा। इसके अलावा सफर के दौरान टीटीई भी रिक्त बर्थ की बुकिंग आॉनलाइन कर सकेंगे।

टिकट बुकिंग में पारदर्शिता आएगी रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद टिकट रद होने पर खाली बर्थ की बुकिंग पहले करंट काउंटर से होती थी। लेकिन, अब ऐसी खाली बर्थ की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकेगी। रिजर्वेशन चार्ट के ऑनलाइन होने से टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में ज्यादा पारदर्शिता आएगी।

रेलवे की वेबसाइट पर शुरू की गई नई सुविधाओं में ट्रेन के इंजन से लेकर प्रत्येक कोच का मैप है। इसमें एसी-1, एसी-2, एसी-3, स्लीपर व जनरल कोच दर्शाए गए हैं। यात्री को पता रहेगा कि इंजन से उसका कोच कितनी दूर है। इससे बीच के स्टेशनों पर ट्रेन के एक व दो मिनट के ठहराव के दौरान यात्रियों, विशेषकर बुजुर्ग, महिलाओं व बच्चों को काफी सहूलियत होगी।

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