गाजीपुर हत्याकांड: प्रेमी से कहा पति को चॉकलेट लेने भेजा है...मार डालो
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ''हाय रे मेरी किस्मत, मैं अब कैसे जिऊंगी, मेरे जानू...तुम मुझे छोड़कर क्यों चले गए। मेरे जानू को किसने मारा? मुझे पता होता कि तुम्हारे साथ ऐसा हो जाएगा, तो मैं तुम्हें चॉकलेट लाने के लिए नहीं भेजती।'' रोते-बिलखते यह शब्द उस महिला के हैं, जिसके पति की हत्या 29 सितंबर को कर दी गई थी। लेकिन अब पुलिस ने इसी मर्डर केस में पति की मौत के बाद उसकी ही पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
ये कंचन है, जिसे उसकी पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। |
मामला गाजीपुर जिले का है। यहां मोबाइल दुकान संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस की पूछताछ में महिला ने कहा, ''मुझे वीरू के साथ रहना था, वही मेरा सब कुछ है। मैं अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती थी। इसलिए मैंने उसे मरवा दिया।'' इस हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
सबसे पहले एक नजर पूरे मामले पर
सैदपुर के खानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सिधौना-बिहारीगंज मार्ग पर रामपुर गांव है। यहां शुक्रवार शाम करीब 5 बजे 26 साल के स्वतंत्र भारती की हत्या कर दी गई। बाइक से आए तीन युवकों ने स्वतंत्र को तब गोली मारी, जब वह अपनी मोपेड से जा रहा था। बदमाशों ने उस पर दो गोलियां चलाईं।
पहली गोली स्वतंत्र के जबड़े में लगी, जिससे वह मोपेड समेत गिर पड़ा। इसके बाद दूसरी गोली उसके सिर पर मारी गई। इससे उसकी ऑन द स्पॉट मौत हो गई। इससे पहले की आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंच पाते, तीनों हमलावर अपनी बाइक से बिहारीगंज-गरा की तरफ फरार हो गए।
पत्नी रोते-रोते हो जा रही थी बेहोश
मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की शिनाख्त की। इसके बाद स्वतंत्र के पिता संजय भारती को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। वहीं, स्वतंत्र की मौत की खबर सुनते ही घर-परिवार में कोहराम मच गया। पिता संजय ने पुलिस को बताया कि स्वतंत्र की सिधौना बाजार में मोबाइल की दुकान है।
इधर, स्वतंत्र की पत्नी कंचन गिरी (25) पति की मौत की खबर सुनते ही बेहोश हो गई। वह रोते-बिलखते बार-बार पति से अंतिम बार हुई बात का जिक्र कर रही थी। उसकी मातमी चीत्कार से हर कोई सिहर उठा। शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद स्वतंत्र का शव गांव पहुंचा और उसका अंतिम संस्कार भी करवा दिया गया।
ऐसे हुआ घटना का खुलासा...
SP के निर्देश पर गठित की गई तीन टीमें
मर्डर के बाद पुलिस अधीक्षक ओमवीर के साथ फोरेंसिक टीम भी पहुंच गई। घटनास्थल का निरीक्षण कर फोरेंसिक टीम ने कई एविडेंस कलेक्ट किए। टीम को 32 बोर की दो जिंदा गोली और एक खोखा मौके से मिला। उस दिन परिजनों ने पुलिस से किसी से भी रंजिश होने की बात को मना कर दिया था। घरवालों का कहना था कि स्वतंत्र बहुत सीधा और साफ दिल इंसान था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। न ही वह कभी गुस्सा करता था।
घटना के खुलासे के लिए SP के निर्देश पर तीन टीमों का किया गया। घटना से संबंधित सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल शुरू की गई। मृतक के मोबाइल नंबर की जांच कराई गई। इसके बाद कड़ियां मिलनी शुरू हुईं।
कॉल डिटेल ने खड़े किए सवाल
हत्या के करीब आधा घंटा पहले स्वतंत्र के फोन पर उसकी पत्नी कंचन की कॉल गई थी। कंचन ने 10 मिनट तक बात की। इसके बाद उसके फोन की लोकेशन बदली। पुलिस ने इस बारे में कंचन से बात की। तब कंचन ने पुलिस को कहा कि उसने चॉकलेट खाने की इच्छा जाहिर की थी। शायद, स्वतंत्र चॉकलेट खरीदने जा रहा हो।
इसके बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल करते हुए कंचन के कॉल रिकॉर्ड को खंगाला, तो मामला परत दर परत खुल गया। कंचन ने पति को फोन करने के बाद वीरू नाम के शख्स को फोन किया था। वीरू और कंचन में करीब 20 मिनट तक बात हुई। वीरू कौन है? इसका जवाब जानने जब पुलिस कंचन के पास पहुंची, तो पहले तो वह कुछ भी बताने से मना करती रही और उसे अपना दोस्त बताती रही। लेकिन बाद में उसने सब कुछ कहानी की तरह बयां कर दिया।
6 महीने पहले हुई थी शादी, लेकिन वीरू से थी सच्ची मोहब्बत
कंचन और स्वतंत्र की 6 महीने पहले अप्रैल में शादी हुई थी। कंचन ने पुलिस को बताया, ''मैं खुटवा गांव के रहने वाले वीरू यादव से प्यार करती हूं। मेरी शादी स्वतंत्र से मेरी मर्जी के खिलाफ की गई थी। शादी के बाद वीरू मेरे बिना नहीं रह पा रहा था। वह हर रोज मुझसे मर जाने की बात करता था। मैं भी उसके बिना नहीं रह पा रही थी। हमारी रोज बात होती थी।''
''स्वतंत्र को हमारे अफेयर की बात पता चल गई थी। लेकिन वह मुझसे बस इतना ही कहता था कि अब इन सब चीजों का कोई मतलब नहीं है। इसलिए साथ निभाओ। फिर वह मेरा फोन चेक करने लगा था। मैं लिहाज करते हुए वीरू से बात नहीं कर रही थी। हमारी बातचीत लगभग बंद हो चुकी थी। फिर एक रोज वीरू ने मुझसे बात की और खूब रोया। मैं उसका दर्द नहीं देख सकती थी। मैं उसके साथ ही रहना चाहती थी। इसलिए मैंने वीरू को कहा कि स्वतंत्र को मार डालो।''
चॉकलेट के लिए भेजा है, वीरू को भी बता दिया था
कंचन ने बताया, ''वीरू ने मुझे पूरी प्लानिंग बता दी। वह उसे गोली मारने वाला था। उस दिन उसने मुझसे कहा कि किसी तरह स्वतंत्र को बिहारीगंज जाने वाली सड़क पर भेजो। वो रास्ता सुनसान होता है। तो मैंने स्वतंत्र को चॉकलेट लाने की जिद की। उससे कहा कि महंगी चॉकलेट लाना। वह जब दुकान से निकला था, तभी मुझे वीरू ने बता दिया था कि आज इसका काम तमाम हो जाएगा। उसके बाद उसने स्वतंत्र को मार डाला।''
वीरू फरार, लेकिन साथ देने वाले दो गिरफ्तार
ये बीरू के दोनों साथी हैं, जिन्होंने मर्डर केस को अंजाम दिया था। |
पुलिस ने कंचन के बयान के आधार पर वीरू की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, लेकिन वह फरार हो गया। वहीं, वीरू के साथ बाइक में दो अन्य लोग भी आए थे। उनके बारे में पूछने पर कंचन ने दोनों के नाम बताए। कंचन से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने नंदगंज थाना के डिहिया गांव के गोविन्द यादव और नंदगंज थाने के हकीमपुर सोन्थी गांव के गामा बिन्द को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने बताया कि वीरू के कहने पर ही वो उसके साथ गए थे। उन्होंने पहले स्वतंत्र की गाड़ी रोकी। उससे गाली-गलौज की और फिर वीरू ने स्वतंत्र की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीम ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। मामले में कंचन का प्रेमी वीरू फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पकड़े गए युवकों के पास से 2 तमंचे 315 बोर और कारतूस मिले हैं। एक बाइक की बरामदगी भी हुई है।