डाबर के प्रॉडक्ट्स पर बवाल, हजारों मुकदमे दर्ज, शेयरों में गिरावट
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. अमेरिका और कनाडा में डाबर इंडिया की सहयोगी कंपनियों के खिलाफ कई मुकदमे किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोप है कि कंपनी के हेयर रिलेक्सर प्रॉडक्ट्स से ओवरियन और यूटेराइन कैंसर होता है। कंपनी कई ब्रांड्स के नाम से हेयर स्ट्रेटनर और रिलैक्सर प्रॉडक्ट्स बेचती है।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और कनाडा में डाबर इंटरनेशनल की तीन सहयोगी कंपनियों के खिलाफ हजारों मामले दर्ज किए गए हैं। इस रिपोर्ट के कारण डाबर के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। सुबह 11 बजे कंपनी का शेयर बीएसई पर 1.56 परसेंट की गिरावट के साथ 525.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
कंपनी का कहना है कि ये आरोप एक बेबुनियाद और अधूरी स्टडी के आधार पर लगाए गए हैं। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, डाबर इंडिया की 27 सहयोगी कंपनियां हैं जिन्होंने वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की एकीकृत परिचालन आय में 26.60 प्रतिशत का योगदान दिया था।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक डाबर इंडिया ने बुधवार को कहा कि अमेरिका और कनाडा में उपभोक्ताओं ने उसकी सहयोगी कंपनियों के खिलाफ कई मुकदमे दायर किए गए हैं। इनमें आरोप लगाया गया है कि कंपनी के हेयर रिलैक्सर प्रॉडक्ट्स के ओवेरियन कैंसर, यूटेराइन कैंसर और स्वास्थ्य संबंधी दूसरी दिक्कतें हो रही हैं।
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि अभी ये मुकदमे प्लीडिंग और लिटिगेशन के शुरुआत चरण में हैं। कंपनी का कहना है कि उसके खिलाफ आरोप एक बेबुनियाद और अधूरी स्टडी के आधार पर लगाए गए हैं। कंपनी ने बताया कि कई कंपनियों के खिलाफ 5,400 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें डाबर की तीन सहयोगी कंपनियां नमस्ते लैबोरेटरीज, डर्मोवीवा स्किन एसेंशियल्स और डाबर इंटरनेशनल शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि उसकी यूनिट्स ने कुछ भी गलत नहीं किया है और अदालत में अपना बचाव करने के लिए वकीलों को हायर किया है।