अपर भूमि संरक्षण अधिकारी ने लगाई फांसी... साथियों ने बचाया, बड़े अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, सोनभद्र. सोनभद्र के चोपन में अपर भूमि संरक्षण अधिकारी ने आत्महत्या की कोशिश की है। उनका आरोप है कि उनके वरिष्ठ अधिकारी उन्हें प्रताड़ित करते हैं। सहयोगियों ने अपर भूमि संरक्षण अधिकारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। कर्मचारियों ने पूरे मामले में जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम करीब 6 बजे अपर भूमि संरक्षण अधिकारी मनीष पाल ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। लेकिन समय रहते ही साथी कर्मचारी उनके आवास पर पहुंच गए और दरवाजा तोड़कर किसी तरह अपर भूमि संरक्षण अधिकारी मनीष पाल की जान बचाई और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल, मनीष पाल का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहां उनकी हालत अब सामान्य बताई जा रही है। बहरहाल, इस घटनाक्रम के बाद भूमि संरक्षण विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने जिलाधिकारी को घटना की जानकारी देकर पूरे मामले में कार्यवाही की मांग की है।
अपर भूमि संरक्षण अधिकारी का आरोप है कि उसके सीनियर अधिकारी, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी बलजीत बहादुर वर्मा उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। मनीष पाल का कहना है कि बलजीत बहादुर तरह-तरह की बातें बनाकर उसका उत्पीड़न करते हैं, मानसिक रूप से भी प्रताड़ित करते हैं। इसके चलते आज उसने अपना जीवन समाप्त करने का प्रयास किया।
अपर भूमि संरक्षण अधिकारी मनीष पाल के मुताबिक, उसके सीनियर अधिकारी जिला भूमि संरक्षण अधिकारी बलजीत बहादुर वर्मा लगातार उसका और ऑफिस के अन्य कर्मचारियों का उत्पीड़न करते हैं। उनका व्यवहार अन्य कर्मचारियों के प्रति बहुत ही खराब है। कर्मचारी का आरोप है कि बलजीत बहादुर वर्मा अन्य कर्मचारियों के साथ, कभी देर से आने को लेकर तो कभी छुट्टी लेने को लेकर कभी व्यक्तिगत टिप्पणी करके मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
कभी ऑफिस का गेट बंद करवा देना तो कभी रात्रि 10 बजे तक कर्मचारियों को ऑफिस में बैठाने के लिए बाध्य करते हैं। यदि कोई विरोध करता है तो उस को धमकाते हैं। अन्य सब परिस्थितियों के कारण वह इतना हतोत्साहित हो गया कि आज उसने जान देने का प्रयास किया। पीड़ित कर्मचारी का कहना है कि या तो उसे चोपन क्षेत्र के कार्यालय से हटा दिया जाए अथवा उसके अधिकारी को हटाया जाए।
वहीं मौके पर मौजूद एक अन्य कर्मचारियों ने बताया कि रात्रि में जब वे मनीष पाल के घर पर पहुंचे तो उसके घर का दरवाजा अंदर से बंद था। जब आवाज लगाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो उन्होंने घर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर किसी देखकर हैरान रह गए, अंदर फंदा लगाए हुए अपार भूमि संरक्षण अधिकारी मनीष पाल अचेत पड़े हुए थे। तत्काल उनको लेकर वह अन्य कर्मचारियों के साथ जिला अस्पताल लोढ़ी पहुंचे, उक्त कर्मचारी ने भी भूमि संरक्षण अधिकारी बलजीत बहादुर वर्मा पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
घटना के बाद भूमि संरक्षण विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया बता दें कि इसके बाद चोपन कार्यालय में तैनात सभी 22 कर्मचारी जिला अस्पताल पहुंच गए और उन्होंने अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों का कहना था कि उन्होंने जिलाधिकारी कोई संबंध में लिखित सूचना दे दी है और उन्होंने तत्काल उक्त अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है।