गाजीपुर में बन रही नई ताड़ीघाट-मऊ रेल लाइन का PED ने किया निरीक्षण, नवम्बर तक कार्य पूरा करने के दिए निर्देश
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में आरवीएनएल के PED (प्रिंसिपल एक्ज्यूटिव डायरेक्टर) कमल नयन एवं मुख्य परियोजना प्रबंधक विकास चंद्रा रविवार को अचानक ताड़ीघाट-मऊ रेल विस्तारिकरण परियोजना के निरीक्षण किए। जिसके चलते कार्यदायी संस्था एवं इंजीनियरों में अफरातफरी मच गई।
सबसे पहले उन्होंने मोटो ट्राली से दूसरे चरण की घाट स्टेशन की ओर जाने वाली करीब सात लम्बी रेल लाइन का निरीक्षण किया। उन्होंने अभी तक ट्रैक लिंकिंग कार्य पूरा न होने पर मातहतों से सख्त लहजे में नाराजगी जताई। निर्देश दिया कि किसी भी हाल में नवम्बर तक दूसरे चरण की इस लाइन के सभी काम हर हाल में पूरा कर लिया जाए।
उन्होंने मातहतों को चेताया कि इसको लेकर केन्द्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का भी सख्त निर्देश है कि पहले चरण की 9.600 किमी लंम्बी सोनवल से सिटी स्टेशन व दूसरे चरण की सोनवल से घाट स्टेशन तक करीब सात किमी लम्बी नई रेल लाइन का उद्घाटन पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के 25 दिसम्बर को पड़ने वाले जन्म दिन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर सकते है। इसके लिए मशीनें, मजदूरों, इंजीनियरों की संख्या बढ़ाकर दिन रात दो शिफ्ट में काम किया जाए। इसमें किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पहले चरण की करीब 1200 करोड़ की लागत वाली परियोजना
इसके उपरांत पीईडी ने आरवीएनएल ने अतिथि गृह में समीक्षा बैठक कर परियोजना के बाबत घाट स्थित निर्माणाधीन स्टेशन, प्लेटफार्म, यात्री शेड, एफओबी, लाइटिंग, पेयजल, यूनिरल बूथ महिला व पुरूष, पैनल रूम, रिले कक्ष, लोकेशन बाक्स, सिग्नलिंग आदि का कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।
मालूम हो कि दूसरे चरण की परियोजना का अस्सी फीसदी तक निर्माण पूरा हो चुका है। जबकि पहले चरण की करीब 1200 करोड़ की लागत वाली परियोजना, जिसमें गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल का कार्य काफी पहले ही पूरा होने के साथ ही इसका स्पीड ट्रायल, लोड टेस्टिंग के साथ ही सीआरएस भी बीते ढाई माह पहले ही पूरा हो चुका है।
इस अवसर पर आरवीएनएल ने ज्वाइंट जनरल मैनेजर आशुतोष शुक्ला, पीडी जीवेश ठाकुर, डिप्टी मैनेजर रितेश कुमार सिंह, अजय राय रिद्दीमान भौमिक, अश्वनी कुमार, गौतम सरकार, डीपीएम सुनिल सिंह आदि मौजूद रहे। इस सम्बन्ध में पीईडी कमल नयन ने बताया कि परियोजना का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो 25 दिसम्बर को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा परियोजना का उद्घाटन कर सकते है।