ग़ाज़ीपुर में तीन वर्ष के लिए एक केंद्र व्यवस्थापक और छह विद्यालय ब्लैक लिस्टेड
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद वर्ष-2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में एक-दूसरे के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाने के लिए दोषी पाए गए ग़ाज़ीपुर जिले के आठ विद्यालयों और एक केंद्र व्यवस्थापक को काली सूची में डाल दिया गया है।
इनमें एक केंद्र व्यवस्थापक और छह विद्यालयों को बोर्ड की ओर से तीन वर्ष के लिए डिबार घोषित कर दिया गया है। इन विद्यालयों को परिषद के सभी कार्यों से वंचित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिला विद्यालय निरीक्षक की संस्तुति पर निस्तारण समिति प्रयागराज की तरफ से की गई है।
तीन वर्ष के लिए डिबार किए गए विद्यालयों में मां पार्वती उच्चर माध्यमिक विद्यालय महराजगंज, हकीम मेमोरियल पी इंटर काॅलेज गोरा बाजार, बाबा धर्मदेव इंटर काॅलेज कादर धुआर्जुन, जनता इंटर काॅलेज तियरी जमानिया, एमएस इंटर काॅलेज बरहट जखनिया, डीवाईके इंटर काॅलेज रेहटी मालीपुर शामिल हैं। इसके अलावा डाक्टर राम मनोहर लोहिया इंटर काॅलेज हथौड़ा रामपुर गाजीपुर के केंद्र व्यवस्थापक को तीन वर्ष के लिए डिबार किया गया गया है। इसी तरह माता भगौती इंटर काॅलेज सलेमपुर, सूरज इंटर काॅलेज लवलेहरा रामपुर को काली सूची में डाला गया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी के उप सचिव रामअवतार यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 19 और विद्यालयों की जांच की प्रक्रिया गतिमान है, उन विद्यालयों की पत्रावली जांच के बाद क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी को उपलब्ध करा दी गई है और उसे निस्तारण समिति को भेज दिया गया है। इसमें आजमगढ़ के चार, बलिया के छह, गाजीपुर के तीन, भदोही के चार, चंदौली और मऊ के एक-एक विद्यालय शामिल हैं। निस्तारण समिति का निर्णय आते ही इन विद्यालयों के खिलाफ कठोर करवाई की जाएगी।
बलिया और गाजीपुर में पकड़े गए थे सबसे ज्यादा नकलची
माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी के अपर सचिव डॉ. विनोद कुमार राय ने एक पत्र जारी किया है, जिसके उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वर्ष 2024 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में अगर कोई भी विद्यालय एक-दूसरे के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी को शामिल करने का प्रयास करेगा, तो उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्रीय कार्यालय से जुड़े 15 जिलों में से सात जिलों में पिछले वर्ष फर्जी परीक्षार्थियों को एक-दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था। इन परीक्षार्थियों की संख्या कुल 56 थी। इनमें सबसे अधिक संख्या बलिया और गाजीपुर में 19-19 है। परीक्षा में एक-दूसरे के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी को बैठने के संबंध में संबंधित विद्यालय एवं केंद्र के खिलाफ जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा जांच की प्रक्रिया पूर्ण कर संस्तुति के साथ पत्रावली क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी को उपलब्ध कराई गई। यहां से पत्रावली को निस्तारण समिति को प्रयागराज भेज दिया गया।