काशी नरेश के बेटी-दामाद फरार, गैर जमानती वारंट जारी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी के प्रतिष्ठित काशीराज परिवार की राजकुमारी कृष्णप्रिया और दामाद पर फ्लैट निर्माण में धोखाधड़ी का आरोप के केस में कोर्ट ने सख्ती बरती है। कैंट थाने में दर्ज इस केस में कोर्ट में पेश नहीं होने पर काशी नरेश की बेटी समेत तीन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट (NBW) जारी किया गया है।
काशी नरेश महाराजा विभूति नरायण सिंह के साथ राजकुमार अनंत नारायण सिंह और तीनों राजकुमारियां। |
वहीं, पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में तीनों को फरार घोषित किया गया है। मामले में जानकारी के बाद सीजेएम ने NBW जारी करते हुए कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है। अब विवेचक समेत पुलिस टीम आरोपियों की तलाश कर कोर्ट में पेशी कराएगी।
व्यापारिक काम में लाना चाहते थे
वाराणसी के मंडुवाडीह निवासी अभिषेक जायसवाल के पास कैंट क्षेत्र में लगभग 7000 वर्ग फीट जमीन थी, जिसे वह व्यापारिक काम में लाना चाहते थे। चौक थाना क्षेत्र के कचौड़ी गली निवासी चंद्रशेखर कपूर से चर्चा हुई तो इस जमीन पर फ्लैट निर्माण के लिए सहमति बनी।
इसके बाद अभिषेक जायसवाल ने काशी नरेश की बेटी राजकुमारी कृष्णप्रिया और उनके पति अशोक सिंह से मुलाकात की। इसके बाद सात हजार वर्ग फीट जमीन पर फ्लैट निर्माण का अनुबंध किया गया, इस अनुबंध में तीनों लोग शामिल रहे, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया। शर्तों के विपरीत फ्लैट बेचे गए।
अभिषेक जायसवाल ने कैंट थाने में कराया केस
आरोपियों की मनमानी के बाद जब सहमति का मामला नहीं बना तो पीड़ित अभिषेक जायसवाल ने तहरीर देकर कैंट थाना क्षेत्र में केस दर्ज कराया। पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट लगा दी। इस पर अदालत में आपत्ति की गई थी।
अदालत ने पाया कि लगातार बुलाने के बावजूद आरोपी अपने बयान के लिए हाजिर नहीं हो रहे। कोर्ट के पास इस केस में उनकी अग्रिम जमानत की जानकारी भी नहीं है। इसका संज्ञान लेकर ही अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इस मामले में रामनगर किला निवासी राजकुमारी कृष्ण प्रिया, नदेसर स्थित इमलाक काॅलोनी निवासी उनके पति अशोक सिंह व चौक निवासी चंद्रशेखर को कोट में पेश होने का आदेश दिया।
वहीं काशी नरेश की बेटी कृष्णप्रिया ने बताया कि फ्लैट बनाने का अनुबंध हुआ था जो पूरा हो चुका है। मसला पुराना है लेकिन अब क्यों उठाया जा रहा, यह जानकारी नहीं है। अदालत के आदेश का अध्ययन कर अपना पक्ष रखेंगे।
जिस राजघराने की 1300 एकड़ जमीन पर BHU बना
काशी नरेश का है। यहां 25 जून 2023 को राजपरिवार में कुंवर और पूर्व राजकुमारियों के बीच संपत्ति विवाद थाने तक पहुंच गया। कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों पर रामनगर किले में ताला तोड़कर चोरी करने का आरोप लगा डाला। शिकायत पर केस भी दर्ज हो गया है।
इस केस में राजकुमारी विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और उनके दोनों बेटे वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह को नामजद किया गया है। पूर्व राजकुमारी कृष्णप्रिया कहती हैं कि सभी आरोप मनगढ़ंत और झूठे हैं। पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है।
रामनगर किले में पग-पग पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। चोरी कैसे हो सकती है। बिना इजाजत के किले में कोई प्रवेश भी नहीं कर सकता है। हमारा सिविल का एक मुकदमा चल रहा था, उसमें हमारे पक्ष में कुछ अच्छा फैसला आया है। उसे खराब करने के लिए जानबूझकर क्रिमिनल केस दर्ज कराया गया है। हमें उम्मीद है कि प्रशासन हमारे साथ न्याय करेगा।
काशी परिवार के संपत्ति समेत विवादों पर एक नजर
कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि बहनें रामनगर किले में ही अलग-अलग कमरों में रहती हैं। पिता डॉ. विभूति नारायण सिंह ने तीनों बहनों की शादी के साथ ही उन्हें अचल संपत्तियां दी थीं। काशी नरेश की मृत्यु के बाद बहनों ने 2005 से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू की।
पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह के तीन बेटियां विष्णु प्रिया, हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और एक बेटे अनंत के बीच पिछले कई सालों से किले के अंदर और बाहर की संपत्ति को लेकर विवाद है। यह सभी अभी किला परिसर में ही रहते हैं। बहनें अपने भाई और उनके कर्मचारियों पर तानाशाही का आरोप लगाती रही हैं।
1- पूर्व राजकुमारियों पर चोरी में दर्ज हो चुकी FIR
रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा ने राजकुमारी कृष्णप्रिया के खिलाफ 26 जून में केस दर्ज कराया था। इसमें बताया था कि 25 जून को सुबह 9 से 10 बजे के बीच किले की सुरक्षा व्यवस्था देख रहा था। तभी कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि ड्योढ़ी कोट की तरफ कुंवर अनंत नारायण सिंह के एक कमरे का ताला तोड़कर जरूरी सामान चोरी कर लिया गया है।
कमरे से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर व बेड समेत कीमती सामान चोरी हो गया है। मैं मौके पर पहुंचा, तो वहां ताला टूटा था। सभी सामान भी गायब था। विष्णु प्रिया और कृष्ण प्रिया के निर्देश पर वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह और उनके एक कर्मचारी ने ये सामान चोरी किया है। राजेश कुमार शर्मा की तहरीर पर रामनगर थाने में चोरी, तोड़फोड़ करने और साजिश रचने में धारा 380, 454 व 120बी के तहत केस दर्ज किया था।
2- मुहर के दुरुपयोग में हरिप्रिया पर दर्ज हो चुका केस
2018 में कुंवर अनंत नारायण सिंह की ओर से काशी स्टेट के राजकीय चिह्न (मुहर) के दुरुपयोग को लेकर बहन हरि प्रिया के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। हरि प्रिया ने अपने बेटे की शादी के कार्ड में काशी स्टेट का राजकीय चिह्न छपवाया था।
बताया था कि काशी स्टेट के राजकीय चिह्न का गद्दीनशीन ही इस्तेमाल कर सकता है। राजकीय चिह्न को ट्रेडमार्क के तौर पर उत्तराधिकारी होने के नाते रजिस्ट्रेशन करा रखा है। हमारी अनुमति के बगैर इसका उपयोग कोई नहीं कर सकता। तब उनकी कार्रवाई के बाद दूसरी बहन कृष्ण प्रिया ने भाई पर गंभीर आरोप लगाए थे।
3. 2021 में जमीन की रजिस्ट्री पर भी हुआ था विवाद
इसके अलावा 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री कर दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था। तब काशीराज परिवार की बेटियों मौके पर काम रुकवाने के लिए गुहार लगाती रहीं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। उनकी तरफ से एक पंपलेट भी छपवाया गया था, जिसमें दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की गई थी।