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घोसी उपचुनाव के लिए मतगणना आज, 8 बजे से आने लगेंगे रुझान

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. घोसी उपचुनाव के लिए हुई वोटिंग की आज काउंटिंग होगी। मऊ कलेक्ट्रेट में मतगणना की जाएगी। सुबह 9 बजे से ही EVM जीत-हार के रुझान देने लगेगी। मतगणना कार्य के लिए 14 टेबल बनाए गए हैं, जिसमें 19 टीमें लगातार वोटों की काउंटिंग करेंगी। कुल 32 राउंड तक काउंटिंग होगी, इसके बाद घोसी की जनता के नए विधायक का ऐलान किया जाएगा।

घोसी के उपचुनाव में कड़ी टक्कर भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान और सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह के बीच मानी जा रही है। चुनावी में मैदान में उतरे कुल 10 प्रत्याशियों के लिए 5 सितंबर को घोसी के 50.30% वोटर्स ने मतदान किया था।

एक नजर मतगणना स्थल की व्यवस्था पर

कलेक्ट्रेट स्थित स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ स्थानीय पुलिस बल भी तैनात है। इतना ही नहीं, लगभग 30 से अधिक CCTV कैमरों की मदद से निगरानी स्थल से स्ट्रॉन्ग रूम और पूरे कलेक्ट्रेट परिसर पर निगरानी रखी जा रही है। एक-एक मतगणना टीम में आरओ एवं एआरओ तथा तीन मतगणना टीम रिजर्व के रूप में रहेंगी। प्रत्येक मतगणना टीम में एक माइक्रो आब्जर्वर, एक पर्यवेक्षक, एक मतगणना सहायक तथा एक चतुर्थ श्रेणी का कार्मिक होगा। इस प्रकार एक मतगणना टीम में कुल चार कार्मिक रहेंगे।

देर रात मतगणना स्थल पहुंचे सुधाकर सिंह

समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के साथ अन्य प्रत्याशियों के समर्थक देर रात मतगणना स्थल पर पहुंच गए थे। वहीं सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह देर रात मतगणना स्थल पर पहुंचे। 

उन्होंने कहा, ''जब तक गिनती ना हो जाए और परिणाम ना निकल जाए, तब तक तो निगरानी करनी पड़ती है। यह लोग सत्ता पक्ष वाले लोग हैं। हमको किसी से डर नहीं है। मैं यहां सातवीं बार चुनाव लड़ रहा हूं, इसलिए किसी से डर और भय जैसी कोई बात नहीं रह गई है। निगरानी करना हमारा कर्म है। जो पार्टी का आदेश होता है, वह हम करते हैं। हम मुख्यालय की तरफ घूमते हुए आए थे, तो सोचा कि कलेक्ट्रेट की तरह भी देख लें।''

6 साल में चौथी बार हुए चुनाव

घोसी विधानसभा सीट पर 6 साल के भीतर चौथी बार चुनाव हुए हैं। दिलचस्प है कि PDA (पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यक) का नारा बुलंद करने वाली समाजवादी पार्टी ने क्षत्रिय बिरादरी के उम्मीदवार पर दांव लगाया है, जबकि बीजेपी की ओर से दलबदल के लिए चर्चित रहे दारा सिंह चौहान की प्रतिष्ठा दांव पर है।

क्यों हुआ उपचुनाव?

सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए दारा सिंह चौहान ने अपनी विधानसभा सदस्यता से भी त्याग पत्र दिया। इसके बाद यह सीट खाली हो गई। इसके लिए 8 अगस्त को उपचुनाव का ऐलान किया गया। 10 अगस्त से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसके लिए अंतिम तिथि 17 अगस्त रखी गई थी। वहीं, चुनाव प्रचार 3 सितंबर तक चला। 5 सितंबर को घोसी की जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसकी आज काउंटिंग हो रही है।

एक नजर सभी उम्मीदवारों पर

चुनावी अखाड़े में 10 उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं। BJP के दारा सिंह चौहान और सपा के सुधाकर सिंह के अलावा घोसी में जन अधिकार पार्टी की ओर से अफरोज आलम, जनक्रांति पार्टी (राष्ट्रवादी) से मुन्नीलाल चौहान, आम जनता पार्टी (सोशलिस्ट) से राजकुमार चौहान, पीस पार्टी से सनाउल्लाह, जन राज्य पार्टी से सुनील चौहान चुनाव मैदान में उतरे थे। जबकि तीन निर्दलीय उम्मीदवारों विनय कुमार, परवेंद्र प्रताप सिंह और रमेश पांडेय की किस्मत का फैसला भी आज होना है।

उपचुनाव में कांग्रेस और वाम दलों ने सपा उम्मीदवार के समर्थन का ऐलान किया है, जबकि BSP की ओर से किसी भी दल के समर्थन के बजाय वोटिंग न करने या फिर नोटा दबाने की बात कही गई।

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