गाजीपुर से मऊ तक जाने वाली नई रेल लाइन का निर्माण धनराशि के अभाव में अधर में लटका
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ताड़ीघाट-मऊ रेल विस्तारीकरण परियोजना के तहत दूसरे चरण की सोनवल के तेरह नम्बर पुलिया के समीप आउटर सिग्नल से होते हुए शहर स्थित घाट स्टेशन तक करीब 7 किमी लम्बी एवं करीब दो सौ करोड़ की लागत वाली नई रेल लाइन का कार्य 70 फीसदी पूरा हो चुका है। जबकि अवशेष बची भुतहियांटांड से मऊ तक 39 किमी लम्बी लाइन का काम सरकार और मंत्रालय की मंजूरी के बाद धनराशि के अभाव में अधर में लटका हुआ है।
सोनवल से घाट की ओर जाने वाली दूसरे चरण की लाइन के लिए निर्मित 25 पीलरों में से बारह पर गार्डर लांचिंग का काम पूरा करने के साथ ही इसके वायडक्ट पर डैक स्लैब की ढलाई का कार्य शुरू हो गया है। महकमें के अनुसार घाट स्टेशन तक जाने वाली दूसरे चरण की वाई कनेक्शन लाइन के लिए बीते पांच वर्ष पहले ही सदर तहसील के पांच गांवों के साढे सार सौ के करीब किसानों की छह हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित कर ली गई थी।
दिसंबर तक काम पूरा करने का लक्ष्य
महकमें के अनुसार आगामी दिसंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है, जिसके बाद इसका सीआरएस होने के बाद इसे भी जनवरी में सम्भावित पहले चरण की परियोजना के साथ इसका भी उद्घाटन पीएम नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया जा सकता है, ताकि इस नये रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो सके। मालूम हो कि ढाई साल पहले ही गाजीपुर सिटी से भुतहियां टांड से होकर मऊ तक जाने वाली 39 किमी लम्बी नई लाइन के लिए सर्वे के साथ ही टेंडर की भी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी, पर अचानक रेलवे मंत्रालय के द्वारा अचानक धनराशि का अभाव बता टेंडर को निरस्त दिया।
परियोजना पर संकट के बादल
इसके बाद से ही इस परियोजना पर संकट के बादल खड़े हो गये। मऊ तक जाने वाली लाइन के लिए 70 गावों की 250 हेक्टेयर भूमी का सर्वे किया गया था। महकमें के अनुसार दूसरे चरण की परियोजना में गाजीपुर जनपद के जंगीपुर, मरदह, बिरनो व मऊ के बढुआ गोदाम में स्टेशन बनाया जाना पूर्व से ही प्रस्तावित है। इस सम्बन्ध में आरवीएनएल के परियोजना निदेशक जीवेश ठाकुर ने बताया कि दूसरे चरण की सोनवल से घाट तक आने वाली सात किमी लम्बी लाइन का 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। बताया कि रहा मऊ तक जाने वाली नये रेल लाइन का तो सरकार व मंत्रालय के द्वारा जैसी ही धनराशि अवमुक्त की जाएगी उसपर भी काम शुरू हो जायेगा।