ग़ाज़ीपुर में कर्मनाशा नदी के पुल पर 30 सितंबर तक आवागमन प्रतिबंधित
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में जिलाधिकारी के निर्देश के बाद ताड़ीघाट-बारा मुख्य मार्ग पर यूपी-बिहार को जोड़ने वाले कर्मनाशा नदी पर बने पुल पर आगामी 30 सितंबर तक सभी वाहनों के आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान कार्यदायी संस्था पुल के मरम्मत कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
बारा गांव के समीप कर्मनाशा नदी पर बने पुल में आई खराबी के बाद बड़े और भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया गया था, जबकि छोटे एवं हल्के वाहन चल रहे थे। पुल की मरम्मत का कार्य कर रही बरेली की कंपनी ने आवागमन के चलते पुल मरम्मत के कार्य में हो रहे व्यवधान को दर्शाते हुए जिलाधिकारी से एक माह के लिए इस पुल पर पूर्ण रूप से रोक लगाये जाने की मांग की थी। जिस पर जिलाधिकारी ने 30 सितंबर तक पूर्ण रूप से आवागमन पर रोक लगाने की अनुमति दे दी।
बारा-कर्मनाशा पुल बंद का लगा बोर्ड
आदेश के बाद से बड़े वाहनों के साथ-साथ छोटे वाहन एवं दोपहिया वाहनों के भी आवागमन पर रोक लग गई है। अब बिहार जाने के लिए लोगों को देवल के रास्ते से होकर जाना पड़ेगा। कार्यदायी संस्था ने पुल पर जाने वाले मार्ग को दोनों तरफ से बैरिकेड कर बंद कर दिया है। जगह-जगह पुलिस के द्वारा 'बारा-कर्मनाशा पुल बंद है' का बोर्ड भी लगवाया है।
मरम्मत होने के बाद खोला जाएगा पुल
कोतवाल पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर आगामी 30 सितंबर तक हर प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। मरम्मत कार्य पूर्ण होने के पश्चात पुल को खोला जाएगा। कार्यदायी संस्था के इंजीनियर रेहान ने बताया कि वाहनों की आवागमन के चलते कार्य में व्यवधान उत्पन्न पड़ रहा था। ऐसे कार्य को करने के बाद उसको स्थिर होने के लिए समय देना पड़ता है। अगर वाहनों का आवागमन जारी रहता तो कार्य पूर्ण रूप से सफल नहीं हो पता। इसको देखते हुए जिलाधिकारी से रोक लगाने की मांग की गई थी।
देवल कर्मनाशा पुल से जाना पड़ेगा
बारा कर्मनाशा पुल बंद होने के कारण गाजीपुर से बिहार जाने वाले लोगों को सेवराई तहसील मुख्यालय होते हुए देवल कर्मनाशा पुल पार कर बिहार जाना पड़ेगा। जिससे वाहन चालकों को 10 किलोमीटर अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी। भदौरा बस स्टैंड पर पुलिस द्वारा महज एक दफ्ती पर पेन के जरिए बारा कर्मनाशा पुल बंद है का बोर्ड लगा औपचारिकता पूरी की है। जिससे वाहन चालक उसे नही देख पाते हैं और आगे बढ़ जाते हैं। जिन्हें पुल बन्द होने की वजह से वापस घूमकर आना पड़ता है। लोगों ने पुलिस के द्वारा भदौरा बस स्टैंड पर रूट डायवर्जन और पुल बंद होने का बोर्ड लगाने की मांग की है।