ओमप्रकाश राजभर का दावा- सुभासपा में शामिल होंगे शिवपाल यादव
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. NDA में शामिल होने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बड़ा दावा किया है। गोरखपुर के सर्किट हाउस में जब उनसे सपा के साथ जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,"2024 लोकसभा चुनाव से पहले शिवपाल खुद ही हमारे साथ आ रहे हैं।"
गोरखपुर में सोमवार सुबह उन्होंने 8 जिलों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान ओमप्रकाश राजभर ने कहा,"शिवपाल को भी धरातल का पता चल चुका है कि जब राजभर उनके साथ थे। तब वो 125 तक पहुंच गए। अब उन्होंने साथ छोड़ दिया है, तो खाता भी नहीं खुलेगा। यही वजह है कि वे भी परेशान हैं।"
विपक्षी एकता की हालत खस्ता
ओमप्रकाश राजभर का मानना है,"विपक्षी एकता की हालत खस्ता है। 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या देखना है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव में ही विपक्ष की ताकत का पता चल गया है कि विपक्ष कहां है? फिर जीतने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। सपा अकेले चुनाव लड़कर देख ले, यूपी में 80 सीटें हैं, उनका खाता भी नहीं खुलेगा।"
'यूपी में सपा का विकल्प बनकर उभरी है सुभासपा'
उन्होंने कहा,"यूपी के 76 जिलों में सपा के विकल्प के रूप में उनकी पार्टी उभरकर सामने आई है। इससे सपा के लोग घबराए हुए हैं। वे मैनपुरी, सहारनपुर, झांसी और गोरखपुर में सम्मेलन करते हैं, तो 10 से 20 हजार लोग जुट जाते हैं। उन्होंने महिलाओं को एकजुट करने का काम किया है। सुभासपा ने मजबूत संगठन खड़ा किया है। किसी दल के अंदर ताकत नहीं है कि एक साथ इतनी संख्या में महिलाओं को खड़ा कर दे। हमारी पार्टी ने वो ताकत पैदा की है, यही वजह है कि सभी दल उन्हें अपने साथ लेना चाहते हैं।"
भाजपा से जुड़ गई मेरी विचारधारा
स्वतंत्रता दिवस पर भाजपा देश में विभिषिका दिवस मना रही है के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा, आजादी का जश्न सभी को मनाना चाहिए। नाम उनका अलग हो सकता है, लेकिन सोच सबकी एक है। भारत-पाकिस्तान विभाजन पर भाजपा जश्न नहीं मना रही, बल्कि उसपर चर्चा कर रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा,"वे भाजपा के साथ हैं, तो उनकी विचारधारा के भी साथ हैं। भाजपा 15 अगस्त पर भाजपा खुशी मना रही है, तो सभी देशवासियों को मनाना चाहिए।"
पूरब से पश्चिम तक जनता मेरे साथ, इसलिए मेरी डिमांड
ओपी राजभर ने कहा, हमारी पार्टी जमीनी स्तर पर काम करती है और लोगों को जोड़ती है। पूर्वांचल की बात छोड़ भी दी जाए तो अगर पश्मिच के किसी जिले अगर मैं बैठक करूं तो भीड़ जुट जाती है। मैनपुरी से लेकर सहारनपुर तक मेरे कार्यक्रम में इतनी भीड़ जुटती है कि अन्य पार्टियों के लोग इसे देखकर घबरा जाते हैं। हमारी ताकत देखकर सभी पार्टियां चाहती हैं कि मैं उनके साथ आ जाउं।