ओमप्रकाश राजभर की तेरहवीं मनाई गई, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लिखा- ‘मंगरू चाचा नहीं रहे'
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. मऊ में सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने ओमप्रकाश राजभर की तेरहवीं मना डाली। सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी सुभासपा के एनडीए में शामिल होने से नाराज हैं। बुधवार दोपहर को कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने मऊ के हिंदी भवन पहुंचकर ओमप्रकाश राजभर की फोटो एक मेज पर रखी।
उसके बाद उस पर गेंदे के फूल की माला चढ़ाई। आसपास खड़े कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश राजभर की फोटो पर फूल चढ़ा दिए। कार्यकर्ताओं ने ओमप्रकाश राजभर की फोटो पर लिखवाया, ‘मंगरू चाचा नहीं रहे’।
हम लोग इनका पिंड दान भी करेंगे
इस तेरहवीं कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए। साथ ही ओमप्रकाश राजभर और बाप-बेटा प्राइवेट कंपनी मुर्दाबाद के नारे लगाए। एनडीए के साथ गठबंधन पर कार्यकर्ताओं का कहना है, जिस पार्टी को राजभर पानी पी-पीकर कोसते थे आज उसी से इन्होंने हाथ मिला लिया है, जो बहुत गलत है।
कार्यकर्ताओं ने आगे कहा, 18 जुलाई को ओमप्रकाश राजभर बीजेपी की नाव पर बैठ गए। उसके बाद इनकी नाव ब्रह्मपुत्र नदी में डूब गई और ये वहीं जुबान निकाले मर गए। इसलिए आज हम लोग इनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस सभा में भोज का आयोजन भी किया गया है। यहां आए सभी लोग भोज जरूर करें। हम लोग पित्र पक्ष में इनका पिंड दान भी करेंगे।
पल्टू चाचा ने 1 साल से पार्टी को ठगने का काम किया
सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के जिला अध्यक्ष रामजीत राजभर ने बताया, 27 अक्टूबर 2002 को सुभासपा पार्टी की स्थापना बनारस में हुई थी। तब से हम लोग अपने समाज के लोगों को गांव-गांव जाकर जगाते थे। उनको बताते थे, हमारा एक नेता आया है। जो हमारे लिए काम करेगा लेकिन हमारे मंगरू उर्फ पल्टू चाचा ने 1 साल से पार्टी को ठगने का काम किया।
शोक सभा में कार्यकर्ताओं के लिए तेरहवीं भोज भी रखा गया। |
उन्होंने राजभर समाज से चंदा-मदद लेकर उसको 50 फीट नीचे पहुंचाने का काम किया है। वो पीएम मोदी और सीएम योगी को झूठा बताते थे। कहते थे बीजेपी डूबती हुई नइया है तो फिर आज वो ये बताएं वो क्यों इस डूबती नइया पर सवार हुए।
बता दें, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गए हैं। उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उसके बाद गठबंधन में शामिल होने का ऐलान किया था। इस बात की जानकारी अमित शाह ने ट्वीट करके भी दी थी।
दिल्ली में अमित शाह से की थी मुलाकात
अमित शाह ने लिखा था- ओम प्रकाश राजभर से दिल्ली में भेंट हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया है। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूं। राजभर के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी।
मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों और वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा। ऐसा कहा जा रहा है, ओम प्रकाश राजभर अपने बेटे अरुण राजभर को सुभासपा के टिकट पर गाजीपुर सीट से उप चुनाव लड़वाना चाहते हैं। यहां बीजेपी उन्हें समर्थन दे सकती हैं।