जेल से जिस दिन छूटा...उसी दिन रेप और मर्डर, मासूम जब चिल्लाई तो मार दिया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर में एक युवक ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। अपनी मां के पास सो रही 3 साल की बच्ची को युवक ने किडनैप कर लिया। फिर सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ रेप किया। जब बच्ची रोने लगी तो सिर पर हमला कर उसे मार डाला। इसके बाद उसकी लाश को एक बाउंड्रीवॉल के अंदर छिपा दिया।
युवक ने जिस रात इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। वो उसी दिन जेल से जमानत पर छूटकर घर आया था। इससे पहले भी वह साल 2020 में अपनी सगी नाबालिग भतीजी से ही रेप के मामले में जेल गया था। जेल से छूटने के बाद घर पहुंचते ही उसने शराब पी।
फिर अपने बड़े भाई से विवाद कर घर से निकल गया। इसके बाद वारदात को अंजाम दे डाला। घटना चिलुआताल इलाके के परमेश्वपुर में शनिवार 5 अगस्त देर रात की है। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर बुधवार को इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया।
मां संग ननिहाल में रहती थी रोशनी
चिलुआताल इलाके के परमेश्वपुर निवासी मंगरु की बेटी मनिता की शादी 5 साल पहले गीडा इलाके के नगवा जैतपुर में दूधनाथ से हुई थी। दोनों की एक बेटी थी। शादी के बाद से ही पति-पत्नी में विवाद होने लगा। जिसके बाद मनिता 3 साल से अपने मायके में ही रह रही थी।
शनिवार से गायब थी मासूम
5 अगस्त शनिवार की रात मायके में ही मनिता अपनी बेटी रोशनी को लेकर घर के बाहर सोई हुई थी। भोर में करीब 4 बजे जब मां की नींद खुली तो बेटी वहां नहीं थी। पहले तो मां ने बच्ची को घर और पूरे गांव में ढूंढा। लेकिन, जब वह नहीं मिली तो मनिता के साथ ही परिवार के लोग परेशान हो गए।
मामा- मामी को मिला बच्ची का शव
रविवार सुबह होने पर परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस बीच सोमवार सुबह बच्ची के मामा ज्ञानेंद्र और मामी निशा भी उसकी तलाश में निकले थे। तभी घर से 300 मीटर की दूरी पर स्थित बाउंड्रीवॉल में बच्ची का शव मिला। परिवार के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
SSP डॉ. गौरव ग्रोवर, पुलिस, डॉग स्क्वॉयड और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने बच्ची का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की पड़ताल में जुट गई।
पहले परिवार के लोगों पर थी शक की सुई
SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया, 'शुरुआती जांच में बच्ची के पिता और मामा-मामी पर ही शक की सुई घुमती रही। पुलिस ने परिवार के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। लेकिन, मासूम की हत्या में उनका कोई कनेक्शन सामने नहीं आया।'
बीट पुलिस बनी मददगार
'वहीं, इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने में बीट पुलिस काफी मददगार बनी। बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान मिले थे। ऐसे में हत्या से पहले बच्ची के साथ रेप होने के एंगल की जांच शुरू हुई। पुलिस यह पता करने में जुट गई कि इस गांव में ऐसा व्यक्ति कौन है, जो रेप कर सकता है?
तभी परमेश्वपुर गांव के बीट पुलिस ने अफसरों को जानकारी दी कि इसी गांव का रहने वाला मिथलेश विश्वकर्मा उर्फ मिठाई शनिवार की शाम ही जेल से जमानत पर छूट कर घर आया है। वह साल 2020 में अपनी सगी नाबालिग भतीजी से रेप के मामले में जेल गया था।'
पुलिस की पूछताछ में कबूला जुर्म
'इसके बाद पुलिस ने मिथलेश को उठा लिया। पहले तो वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा। लेकिन, जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने इस मामले में मिथलेश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ किडनैप, हत्या, रेप, पाक्सो एक्ट, सबूत मिटाने और SC-ST की धाराओं में केस दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।'
वारदात से पहले शराब पीकर भाई से किया था विवाद
SSP ने बताया, 'आरोपी 5 अगस्त की शाम ही जेल से छूटकर अपने घर पहुंचा था। घर पहुंचते ही उसने पहले जमकर शराब पी। रात करीब 10 बजे उसने अपने बड़े भाई से शराब के नशे में विवाद कर लिया। दोनों के बीच हुए विवाद के बाद मिथलेश देर रात घर से निकल गया। इसके बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया।'