उमस और गर्मी से लोगों को मिलेगी निजात, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में गर्मी और उमस से आम जनता को जल्द ही राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग के मुताबिक मौसम एक बार फिर करवट लेने को है। विभाग की मानें तो मंगलवार को कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि कई अन्य जगह हल्की-फुल्की बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं इस दौरान कई जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है। बता दें, बीते कुछ दिनों से मानसून सक्रिय ना होने की वजह से फिर से गर्मी अपना सितम ठाने लगी है। इसके साथ ही उमस ने भी लोगों को काफी परेशान कर दिया है।
मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, अगले 3 दिन, यानी 28 जुलाई तक बारिश होगी। खासकर पश्चिमी यूपी में हवा का दबाव बन रहा है। यूपी के 12 जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। मंगलवार तड़के मुरादाबाद में बारिश हो रही है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बदायूं, पीलीभीत, शहाजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा और बलरामपुर में भारी बारिश हो सकती है।
इन जिलों में हल्की बारिश की संभावनासहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, संभल, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, हरदोई, बाराबंकी, अयोध्या, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर और देवरिया जिले में बारिश के आसार बने हुए हैं।
CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अगले 3 दिन बादलों की आवाजाही के साथ ही बारिश की संभावना बनी हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 जुलाई से कुछ जिलों में बारिश हो सकती है।
कानपुर समेत मध्य क्षेत्र में बारिश से संकट
कानपुर सहित आसपास के जिलों में बारिश का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में अगले सात दिनों में कभी बूंदाबांदी तो किसी दिन दो से 3 मिमी से ज्यादा बरसात संभव नहीं है। इस महीने में कानपुर व आसपास के जिलों में बारिश की बात करें तो कानपुर नगर और कानपुर देहात सबसे पीछे हैं।
सबसे ज्यादा बारिश कन्नौज में हुई
कानपुर मंडल में आने वाले इटावा, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, कानपुर देहात और औरैया की बात करें तो इस सीजन में अभी तक सबसे ज्यादा बारिश कन्नौज में हुई है। बारिश नहीं होने की मुख्य वजह बादलों का समूह यानि टर्फ लाइन जिसकी वजह से बारिश होती है, वह इस क्षेत्र से आगे निकलकर गुजरात व इसके आसपास चली गई है।