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लखनऊ से गोरखपुर आ रही वंदे भारत ट्रेन पर फेंके गए पत्थर, E-1 कोच का शीशा टूटा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/गोरखपुर. गोरखपुर-लखनऊ वाया अयोध्या के लिए शुरू हुई सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेकने की बात सामने आई है। सोमवार की रात 11:00 बजे के आसपास डोमिनगढ़ स्टेशन के पास लखनऊ से गोरखपुर आ रही 22550 नंबर की ट्रेन पर अराजकतत्वों ने फिर पत्थर फेंककर मारा। इससे शीशे टूट गए। पत्थर लगने से एग्जीक्यूटिव कोच ई वन (ईसी) के सीट नंबर-13 और 14 के पास वाला शीशा टूट गया। यात्रियों में दहशत फैल गई। RPF पत्थर चलाने वालों की पहचान करने में जुट गई है।

11 जुलाई को फेंके गए थे पत्थर

दरअसल, 11 जुलाई को भी अयोध्या कैंट से आगे सोहावल और देवरा कोट के बीच गोरखपुर से लखनऊ जा रही 22549 नंबर की वंदे भारत ट्रेन पर अराजकतत्वों ने पत्थर चला दिया था। पत्थर लगने से चार कोचों के चार खिड़कियों के शीशे चटक गए। हालांकि, पत्थरबाजी के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

शनिवार को ही गोरखपुर स्थित न्यू वाशिंग पिट में क्षतिग्रस्त शीशा बदले गए गए थे। दिल्ली से मंगाकर चार नए शीशे लगाए गए। एक सप्ताह के अंदर ही वंदे भारत पर दूसरी बार पत्थर चला दिया है। रेलवे पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही हर बिंदु को लेकर जांच कर रही है.


7 जुलाई को पीएम मोदी ने दिखाई थी हरी झंडी

वंदे भारत ट्रेन पर लगातार पत्थर फेंके जाने की घटना ने रेलवे प्रशासन को बैकफुट पर ला दिया है। वंदे भारत ट्रेन 9 जुलाई से प्रतिदिन गोरखपुर से लखनऊ के बीच चल रही है। 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया था।

4 बोगियों में 200 से ज्यादा यात्रियों सफर कर रहे थे

बताया जा रहा है कि जिन 4 बोगियों में हमला किया गया। उसमें करीब 200 से ज्यादा यात्री सफर कर रहे थे। अधिकारियों के मुताबिक, कोच C1 में सीट संख्या 33, 34, कोच C3 में 20, 21, 22, कोच C5 में 10, 11, 12 और कोच E-1 में सीट संख्या- 35 36 के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। ट्रेन सुबह 6 बजे गोरखपुर से चलती है। 10 बज के 20 मिनट पर लखनऊ आती है।

कोच की स्थिति

  • कुल 8 कोच
  • 7 कोच AC चेयर क्लास
  • एक कोच एग्जीक्यूटिव क्लास
  • जाने ट्रेन की कुछ अन्य विशेषताएं
  • ट्रेन में मेट्रो की तरह आने वाले स्टेशन की जानकारी मिलती है।
  • 100 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार महज 52 सेकेंड में पकड़ लेती है।
  • दो मिनट नौ सेकंड में 160 की स्पीड पकड़ लेती है।
  • दिव्यांगों के सुविधा के लिए ब्रेल लिपि में सीट संख्या लिखी है।
  • दिव्यांगों के लिए स्पेशल टॉयलेट

एक बार में 456 यात्री कर सकते हैं सफर

ट्रेन के डिब्बे चेन्नई में तैयार हुए हैं। सीट के नीचे चार्जिंग पॉइंट दिए गए हैं। 8 कोच की ट्रेन में अधिकतम 456 यात्री सफर कर सकते हैं। यात्री की सुविधा के लिए फर्स्ट ऐड बॉक्स रखा गया है। ट्रेन में क्रू मेंबर की कोच के पीछे खाना गर्म करने और पानी ठंडा रखने के लिए मशीन लगी है। अटेंडेंट की मदद से यात्रियों को गर्म खाना और ठंडा पानी मिलता है।

पहले भी हो चुका है हमला

वंदे भारत पर पत्थर फेंकने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले 26 फरवरी को मैसूर चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंका गया था। आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था। 19 जून को केरल में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी। ट्रेन के E1 कोच पर पथराव किया गया था। यह ट्रेन दिल्ली से देहरादून जा रही थी।

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